Durva Benefits: भगवान गणेश को पुष्प से अधिक प्रिय है दूर्वा, हरी दूर्वा चढ़ाने से मिलते हैं कई लाभ, जानें वैज्ञानिक कारण भी
Ganesh Ko Durva Kyu Chadhate Hain: धार्मिक मान्यताओं और वैदिक लेखों के अनुसार बताया गया है कि भगवान श्री गणेश (Shri Ganesh) को सुगंधित पुष्पों से भी ज्यादा दूर्वा प्रिय है। जो व्यक्ति भगवान श्री गणेश को प्रतिदिन पूजा के समय 11, 21 या फिर 51 हरी दूर्वा का दल तोड़कर चढ़ाता है उसकी मनोकामनाएं अवश्य पूर्ण होती हैं। साथ ही बताया गया है कि भगवान श्री गणेश (Shri Ganesh) बहुत जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं। इसके पीछे एक कथा भी है। साथ में वैज्ञानिक कारण (Scientific Reason) भी। आइए पूरी जानकारी लें।
दूर्वा चढ़ाने के पीछे की कथा
Ganesh Ji Ko Durva Chadhane ke Peeche ki Katha: बताया गया है कि अनलासुर नामक एक दैत्य था। यह ऋषियों को यज्ञ आदि करने पर यज्ञ नष्ट करने के साथ ही ऋषि-मुनियों को खा जाता था। इससे देश समाज के लोग बहुत ही दुखी थे। वह कोई भी धार्मिक कार्य नहीं कर पा रहे थे। ऐसे में ऋषि-मुनियों ने एकत्र होकर भगवान श्री गणेश (Bhagwan Ganesh) की आराधना की। भगवान श्री गणेश (Lord Ganesh) ने अपना विशालकाय रूप बनाया और उन्होंने अनलासुर नामक राक्षस को निगल लिया।
कहते हैं कि श्री गणेश के ऐसा करने के बाद पेट फूलने लगा और पेट में जलन होने लगी। भगवान श्री गणेश उस जलन से व्याकुल हो उठे। तब कश्यप ऋषि ने उन्हें दूर्वा अर्पित की। कहते हैं कि दूर्वा के प्रभाव से पेट का जलन शांत हो गया। कहा जाता है तब से भगवान श्री गणेश को दूर्वा बहुत प्रिय हो गई।
क्या है वैज्ञानिक कारण
Durva Chadhane Ka Vaigyanik Karan: वैज्ञानिकों का कहना है कि दूर्वा में सैलूलोज पाया जाता है। इसके अतिरिक्त इसमें प्रोटीन, फाइबर, विटामिंस, मिनरल्स जैसे न्यूट्रिएंट्स पाए जाते हैं। दूर्वा अत्याधिक भूख को नियंत्रित करती है। साथ ही पेट में होने वाली समस्याओं में राहत पहुंचाने का कार्य करती है।
बन जाते हैं बिगड़े काम
Ganesh Puja Durva Grass Importance: भगवान श्री गणेश, विघ्नहर्ता, मंगलकर्ता बताए गए हैं। भगवान श्री गणेश को दूर्वा अर्पित करने से सारे बिगड़े काम बन जाते हैं। साथ में बताया गया है कि शिक्षा अर्जित करने वाले बच्चे भगवान श्री गणेश को प्रतिदिन अवश्य दूर्वा अर्पित करें।