जीवन में गाय का दान है आवश्यक, मिलता है मोक्ष और भी बहुत कुछ
हिंदू धर्म में दान करने का बहुत बड़ा महत्व है। दान न करने वाला व्यक्ति नरक का भागी बताया गया है। वहीं दान में गाय का दान सबसे उत्तम है। गाय का दान करने से स्वर्ग मिलता है। ऐसे में गाय का दान व्यक्ति को जीवन में एक बार अवश्य करना चाहिए। कहते हैं कि मृत्यु के बाद वैतरणी पार करने में गाय ही सहायक होती है। ऐसे मे अगर आपने जीवन में कभी भी गाय का दान नही किया है तो आपको मृत्यु के बाद गाय नहीं मिलेगी। आपको वैतरणी में कोई सहायता नहीं करेगा।
दान सबसे उत्तम कर्म
शास्त्रों में कहा गया है कि व्यक्ति को अपने सामर्थ्य के अनुसार जब भी मौका मिले दान अवश्य करें। यह दान ही हमें परलोक में पुण्य के रूप में प्राप्त होता है। वही इस लोक में भी ग्रहों को शांत कर कुंडली में अच्छे परिणाम दिलाता है।
होती है मनोकामना पूर्ण
शास्त्रों में गाय के दान को सर्वथा उत्तम और कल्याणकारी बताया है। गाय का दान करने वाला व्यक्ति कभी भी दरिद्र नहीं होता। उसकी मनोकामनाएं पूर्ण होते हैं। गाय का दान करने से मोक्ष की प्राप्ति बताई गई है। साथ ही बताया गया है कि पित्र दोष से भी छुटकारा मिलता है।
ब्राह्मणों को करें गाय का दान
पुराणों में बताया गया है कि गाय का दान ब्राह्मणों को करना चाहिए। ब्राह्मणों को गाय दान करते समय कुछ विशेष बातों का भी ध्यान रखना चाहिए। ऐसे ब्राह्मण को गाय दान करना चाहिए जो अंगहीन न हो।
साथ ही बताया गया है कि ऐसे ब्राह्मण को गाय दान करना चाहिए जिसकी पत्नी जीवित हो, साथ ही भरा पूरा परिवार हो।
कहा गया है कि जो ब्राह्मण पूजा, यज्ञ करवा सकता हो। साथ ही घर में भी पूजा करता हो उसे ही गाय का दान करना चाहिए।
देवताओं का होता है वास
गाय के संपूर्ण अंग में देवी-देवताओं का वास बताया गया है। कहा गया है कि गाय की सींग में ब्राह्मण जी और भगवान विष्णु का निवास होता है। साथ ही उसके मस्तक पर भगवान भोलेनाथ निवास करते हैं। गाय का दान करने के पूर्व उसका श्रृंगार करना चाहिए।
नोट-ः उक्त समाचार में दी गई जानकारी सूचना मात्र है। रीवा रियासत समाचार इसकी पुष्टि नहीं करता है। दी गई जानकारी प्रचलित मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। ऐसे में किसी कार्य को शुरू करने के पूर्व विशेषज्ञ से जानकारी अवश्य प्राप्त कर लें।