Chanakya Niti: मनुष्य का सबसे बड़ा पाप, जिसकी कभी नहीं मिलती माफी
Chanakya Niti In Hindi: जगत के महान विद्वानों में शामिल आचार्य चाणक्य ने मनुष्य के जीवन को व्यवस्थित करने कई उपाय बताए हैं। उन्होंने अपनी लिखी पुस्तक में मनुष्यों के जीवन के हर पहलू को सुरक्षित करने के लिए कई उपाय और परहेज बताएं हैं। उनका मार्गदर्शन आज भी सही और सटीक सिद्ध हो रहा है। आचार्य चाणक्य कहते हैं कि मनुष्य को कुछ गलतियां भूलकर भी नहीं करनी चाहिए। क्योंकि इससे मुक्ति नहीं मिलती। इस तरह की भूल को हमारे धर्मों में पाप माना गया है और इसे ईश्वर भी माफ नहीं करते। आइए जाने कौन सा है वह बड़ा पाप
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि एक मनुष्य बिना हथियार उठाए , बिना हाथ उठाए किसी भी व्यक्ति को चाहे तो मार सकता है। उसे घायल भी कर सकता है। कहने का अर्थ है कि व्यक्ति अपने कड़वे बोल की वजह से दूसरों को नुकसान पहुंचा सकता है। कहा गया है कि ऐसे लोग अगर अपने माता-पिता के लिए अपशब्द बोलते हैं तो पाप है। कहने का मतलब यह कि माता पिता के लिए कभी भी अपशब्द का प्रयोग नहीं करना चाहिए। अगर कोई व्यक्ति इस बात का पालन नहीं करता तो उसे महापापी कहा गया है।
नहीं माफ होता यह पाप
आचार्य चाणक्य बताते हैं कि जो मनुष्य अपने माता पिता को दुख देने वाले वचन बोलता है उसे महापापी तो कहा ही गया है। साथ में यह भी कहा जाता है कि उसके इस महापाप को दुनिया के कोई भी तंत्र मंत्र दान समाप्त नहीं कर सकता। माता-पिता का अपमान करने वाले व्यक्ति को अपने इस पाप को भोगना ही पड़ता है।