Chaitra Navratri 2022: चैत्र नवरात्रि 2 अप्रैल से, ऐसे करें पूजा और मां की आराधना
Chaitra Navratri 2022, Chaitra Navratri Kab Shuru Hogi, Chaitra Navratri 2022 Hind Mei: चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri) का समय काफी नजदीक आ गया है। मार्च का महीना समाप्त होने वाला है। 2 अप्रैल को चैत नवरात्रि शुरू हो रही है। इस नवरात्रि में मां दुर्गा की विधि-विधान से पूजा करें जिससे जीवन के सभी संकट दूर हो। कहा गया है कि चैत नवरात्रि में देवी दुर्गा के 9 स्वरूपों की पूजा की जाती है। आइये जाने इस नवरात्रि में कैसे करें माता दुर्गा की पूजा।
कलश स्थापना (Chaitra Navratri 2022 Kalash Sthapana)
नवरात्रि में कई घरों में कलश स्थापित किया जाता है। कहा गया है कि कलश की स्थापना हमें ईशान कोण में करना चाहिए। ईशान कोण के लिए वैज्ञानिकों का कहना है कि उत्तर दिशा में चुंबकीय उर्जा का संचार सदैव बना रहता है। जिससे सकारात्मक उर्जा का प्रवाह होता है।
इस दिशा में रखे अखंड ज्योति
कहा गया है कि कलश स्थापना के साथ अखंड ज्योति जलाई जाती है। अखंड ज्योति आग्नेय कोण में जलाना चाहिए। ऐसा करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
वहीं कहा गया है कि पूजा स्थल पर प्रकाश की समुचित व्यवस्था होनी चाहिए। घर के मंदिर में लाइट अवश्य जलाएं।
और भी कई जानकारी
कहा गया है कि पूजा स्थल पर जब माता की स्थापना करे तो यह ध्यन देना चाहिए कि चौकी चंदन की हो। चंदन वास्तुदोष का शमन करता है।
पूजा के लिए जब बैठे आपक मुह पूर्व या फिर उत्तर दिशा में होना चाहिए। पूर्व की ओर मुख करके पूजा करने से ख्याति चारों ओर प्रकाश के समान फैलती है।
कहा गया है नौरात्रि के 9 दिनो तक माता की उपासन करने वाले को चाहिए कि वह लाल रंग के वस्त्र, चंदन, साड़ी, चुनरी, आभूषण तथा खाने की चीजें अर्पित करनी चाहिए।
पूजा स्थल के दरवाजे पर दोने ओर स्वास्तिक का चिन्ह बनाना शुभ बताया गया है। इससे माता की कृपा प्राप्त होती है।