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कोयले की कमी से बिजली संकट का हल निकालने केन्द्रीय कोयला मंत्री NCL पहुंचे, न्यू साइलो की रखेंगे आधारशिला
सिंगरौली (Singrauli) देश की 110 थर्मल पावर कोयले की कमी से जूझ रहे हैं। जिसका सीधा असर बिजली के उत्पादन में पड़ रहा है। कोयले की कमी का विकल्प तलाशने केन्द्रीय कोयला मंत्री प्रहलात जोशी (Union Coal Minister Prahlat Joshi) मंगलवार को सिंगरौली (Singrauli) पहुंचे। वह एनसीएल की खदानो का निरीक्षण करने के साथ ही दूधीचुआ परियोजना में न्यू साइलो की आधारशिला रखेंगे। सिंगरौली (Singrauli) पहुंचने पर हेलीपैड में जिला कलेक्टर राजीव रंजन मीणा, पुलिस अधीक्षक वीरेन्द्र सिह तथा एनसीएल (NCL) के अधिकारियों ने केन्द्रीय कोयला मंत्री प्रहलाद जोशी (Union Coal Minister Prahlad Joshi) का स्वागत किया।
खदानों का करेंगे निरीक्षण
सिंगरौली पहुंचे कोयला मंत्री प्रहलाद जोशी सिंगरौली क्षेत्र में संचालित कोयला खदानों का निरीक्षण करेंगे। वहीं कोयला आपूर्ति की समीक्षा बैठक भी करेंगे। कोयला उत्पादन बढाने की ओर अधिकारियों को निर्देश देगे। कोयला संकट के बीच मंत्री का सिगरौली दौरा कई मायनों में अहम माना जा रहा है।
कई थर्मल पावर में बिजली का उत्पादन आधे से कम
जानकारी के अनुसार देश के 110 पावर प्लांट कोयले की कमी से जूझ रहे हैं। ऐसे में देश के कई राज्यों में बिजली संकट शुरू हो गया है। उत्तर प्रदेश की ओबरा, अनपरा तथा पारीक्षा पावर प्लांट कोयले की कमी से कम क्षमता पर चलाया जा रहा है।
हाल के दिनों में कोयले की आपूर्ति के सम्बंध में अनपरा पावर प्लांट के अधिकारियों की एनसीएल तथा रेलवे डीआरएम के अधिकारियो के साथ बैठक हुई थी। जिसमें दो रेलवे रैक कोयले की आपूर्ति पर सहमति बनी थी। ऐसे में अनपरा पावर प्लांट को थोडी राहत मिली है।
दूधीचुआ में न्यू साइलो की रखी गई आधारशिला
जानकारी के अनुसार केन्द्रीय कोयला मंत्री प्रहलाद जोशी ने दूधीचुआ में न्यू साइलो की आधरशिला रखी। जिससे कोयले के उत्पादन तथा उसके लोडिंग मे तेजी आयेेगी। कोयला मंत्री ने जयंत सहित कई कोयला उत्पादन कर रही एनसीएल की परियोजनाओं का निरीक्षण किया। जहां कोयला उत्पादन में तेजी लाने में होने वाली परेशानियों का निरीक्षण किया।