सिंगरौली

एमपी के सिंगरौली में एनसीएल अधिकारी ने सरल हिंदी में लिख डाली 190 पन्नों की बाल रामायण, 27 माह 5 दिन में पूरी की रामायण

एमपी के सिंगरौली में एनसीएल अधिकारी ने सरल हिंदी में लिख डाली 190 पन्नों की बाल रामायण, 27 माह 5 दिन में पूरी की रामायण
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MP Singrauli News : NCL के अधिकारी पंकज पांडेय का यह कार्य किसी बड़ी उपलब्धि से कम नहीं है।

MP Singrauli News : मन में अगर कुछ करने की अगर ललक हो तो व्यक्ति अपनी जिद और विश्वास से अपने मनचाहे कार्य को पूरा कर ही लेता है। कुछ ऐसा ही कर दिखाया है कि जिले के नार्दन कोल फील्ड्स लिमिटेड खड़िया परियोजना के प्रबंधक पाणी पंकज पाण्डेय ने। प्रबंधक कार्मिक के पद पर पदस्थ पंकज के पास कार्यालय की जिम्मेदारियों के साथ ही पारिवारिक जिम्मेदारियों भी कम नहीं है। इसके बावजूद दोनों ही जिम्मेदारियों में सामंजस्य बैठाते हुए पंकज ने वर्षों से अपने मन में दबी इच्छा को आखिरकार पूरा कर ही लिया। पंकज की यह उपलब्धि किसी से कम नहीं है। पंकज ने 2 साल 3 माह और 5 दिन में 190 पन्नों की बाल रामायण (Bal Ramayan) लिख डाली। इस रामायण की सबसे खास बात यह है कि यह बहुत ही सरल हिंदी भाषा में है। इसमें भगवान राम (Bhagwan Ram) से जुडे़ प्रसंगो को अर्थ सहित लिखा गया है।

प्रेरणादायी है भगवान का जीवन

पंकज ने बताया कि भगवान राम को मर्यादा पुरूषोत्तम ऐसे ही नहीं कहा जाता। उनका जीवन आज के समय में किसी प्रेरणा से कम नहीं है। युवाओं को उनके दिखाए पथ पर चलने की जरूरत है। देखने में आ रहा है कि आज के आधुनिक दौर में युवा वर्ग भगवान श्रीराम और रामचरितमानस के आदर्शों से दूर होता जा रहा है। मेरा प्रयास है कि भगवान राम की महिला देश के घर-घर तक पहुंचे। इसी की दिशा में बाल रामायण मेरा छोटा सा प्रयास है। समाज में वेस्टर्न कल्चर हावी होता जा रहा है, इसे रोकने की जरूरत है।

क्यों अलग है बाल रामायण

वाल्मीकि रामायण संस्कृत में और श्रीरामचरिमानस अवधि में लिखी गई है। इसको लोग आसानी से नहीं समझ पाते। सरल हिंदी भाषा में बाल रामायण की रचना की गई है। जिससे इसे लोग पढ़े और आसानी से समझ सकें।

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