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एमपी के सिंगरौली में स्कूल में झाड़ू लगाते और बर्तन धोते दिखे बच्चे, हेड मास्टर ने दिया यह जवाब
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MP Singrauli News : बच्चे देश का भविष्य होते हैं। लेकिन जब इन्हीं बच्चों से स्कूल में सफाई सहित अन्य कार्य कराया जाय तो देश का भविष्य क्या होता होगा इसका सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। ऐसा ही एक मामला सिंगरौली जिले (Singrauli District) के भैसाबुड़ा (Bhaisabuda) स्थित एक विद्यालय (Government School) का सामने आया है जिसमें विद्यालय में पढ़ाई करने गए बच्चे स्कूल में बर्तन और झाड़ू लगाते हुए दिखाई दिए। विद्यालय के बच्चों ने इस संबंध में बताया कि स्कूल में प्यून नहीं है। जिसके कारण शिक्षकों के कहने पर वो ही स्कूल में सफाई करने के साथ ही बर्तन धोने का काम करते हैं।
नियमों की अगर माने तो किसी भी विद्यालय में बच्चों से पढ़ाई के अलावा किसी और तरह का काम नहीं कराया जा सकता। इसके बावजूद भैसाबुड़ा स्थित विद्यालय में खुलेआम नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है।
टीचर और आने वाले मेहमानों को भी पिलाते हैं पानी
बताया गया है कि विद्यालय में बर्तन और सफाई करने के साथ ही विद्यार्थी आने वाले अतिथियों को पानी पिलाने का कार्य भी करते हैं। मामला सामने आने के बाद विद्यालय प्रबंधन की भी काफी आलोचना की जा रही है।
क्यों बनी समस्या
विद्यालय प्रबंधन की माने तो विद्यालय में न तो सफाईकर्मी की ही नियुक्ति की गई है और न ही किसी चपरासी की। विद्यालय के शिक्षक को सफाई करने से रहे। जिसके कारण विद्यालय में पदस्थ शिक्षकों के कहने पर यहां पढ़ाई करने के लिए आने वाले विद्यार्थी ही साफ-सफाई सहित और वे कार्य करते हैं जो उन्हें नहीं करना चाहिए।
जांच के आदेश
सोशल मीडिया में विद्यालय के छात्रों द्वारा बर्तन धोने की फोटो वायरल होने के बाद कलेक्टर राजीव रंजन मीणा द्वारा जांच के आदेश दे दिए गए हैं। कलेक्टर की माने तो जांच रिपोर्ट आने के बाद नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
वर्जन
विद्यालय में न तो सफाईकर्मी की ही नियुक्ति की गई है और न ही चपरासी की। जिसके कारण सफाई सहित अन्य कामों की जिम्मेदारी शिक्षकों और बच्चों के जिम्मे रहती है।
प्रभू सिंह, हेडमास्टर शासकीय प्राथमिक पाठशाला भैसाबुड़ा
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Ankit Pandey | रीवा रियासत
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