
- Home
- /
- मध्यप्रदेश
- /
- सिंगरौली
- /
- सिंगरौली: श्रमिक की...
सिंगरौली: श्रमिक की मौत के बाद ग्रामीणों ने किया हंगामा-प्रदर्शन, मुआवजा और नौकरी की मांग

Singrauli MP News: बॉयलर की चपेट में आने के बाद झुलसे श्रमिक की बीते दिवस वाराणसी में उपचार के दौरान मौत हो गई। श्रमिक की मौत के बाद गुस्साए परिजनों और ग्रामीणों ने कंपनी के गेट के सामने शव रख कर हंगामा प्रदर्शन शुरू कर दिया। यह मामला सिंगरौली जिले के बरगवां थाना अंतर्गत त्रिमुला इण्डस्ट्रीज गोंदवाली का है। बताया गया है कि ग्रामीण मृतक श्रमिक के परिजनों के लिए मुआवजा और नौकरी की मांग कर रहे हैं। ग्रामीणों के प्रदर्शन को देखते हुए यहां भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद है। इस दौरान मोरवा एसडीओपी राजीव पाठक, थाना प्रभारी आरपी सिंह सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।
कार्य करते हुए झुलसा था श्रमिक
बताया गया है कि क्षेत्र के बरगवां का निवासी कमला प्रसाद साहू 48 वर्ष कंपनी में श्रमिक का कार्य करता था। 14 जनवरी को कंपनी में कार्य करते हुए श्रमिक बायलर की चपेट में आने से बुरी तरह से झुलस गया था। श्रमिक को उपचार के लिए सिंगरौली स्थित जिला चिकित्सालय ले जाया गया। यहां भर्ती रहे श्रमिक को चिकित्सकों ने वाराणसी के लिए रेफर कर दिया। बताते हैं कि वाराणसी में भर्ती रहे श्रमिक ने बीती रात उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। सुबह परिजन श्रमिक का शव लेकर सिंगरौली आए। सिंगरौली आने के बाद ग्रामीणों ने कंपनी के गेट के बाहर शव रख कर प्रर्दशन शुरू कर दिया है।
कंपनी की लापरवाही
ग्रामीणों की माने तो श्रमिक की मौत का कारण कंपनी की लापरवाही है। कंपनी द्वारा पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम नहीं किए गए थे। जिसके कारण आग की चपेट में आने से श्रमिक की मौत हो गई। कंपनी के अधिकारी पुलिस के साथ मिल कर समझौते का दबाव बना रहे हैं।
पुलिस और ग्रामीणों के बीच झूमा-झटकी
बताया गया है कि कंपनी के गेट के बाहर प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों को पुलिस के अधिकारियों ने समझाने का प्रयास किया। इस दौरान कंपनी के अधिकारियों और ग्रामीणों के बीच समझौते का भी प्रयास किया गया लेकिन बात नहीं बनी। बताते हैं कि पुलिस ने ग्रामीणों को हटाने के लिए झूमा-झटकी किए जाने के साथ ही धक्का-मुक्की भी की। जिससे यहां के हालात बनते-बिगड़ते दिखाई दिए।