- Home
- /
- मध्यप्रदेश
- /
- शहडोल
- /
- बड़ी खबर : महापौर आलोक...
बड़ी खबर : महापौर आलोक शर्मा सहित 3 पर केस, विन्ध्य के ये कलेक्टर जल्द हटाए जा सकते है, जानिये कारण
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष की सभा कराने के मामले में कोतवाली पुलिस ने महापौर आलोक शर्मा, जिला भाजपा अध्यक्ष विकास वीरानी और इंद्रजीत सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। पुलिस ने ये कार्रवाई एग्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट की लिखित शिकायत पर की है। पुलिस ने तीनों को आचार संहिता उल्लंघन की धारा 188 के तहत आरोपी बनाया है। एएसपी मनु व्यास के मुताबिक बुधवार को कर्फ्यू वाली माता मंदिर चौराहा से अमित शाह का रोड शो शुरू हुआ था। इसके पहले यहां मंच तैयार कर सरकारी संपत्ति पर बैनर पोस्टर लगाए गए। कार्यक्रम के आयोजक महापौर, वीरानी और इंद्रजीत सिंह थे। रोड शो से पहले मंच बनाए जाने की तो अनुमति ली गई थी, लेकिन इसके तहत केवल स्वागत किया जा सकता था। बगैर अनुमति मंच से सभा और भाषण भी दिए गए। आयोग की सख्ती : मंत्री को 24 घंटे में देना होगा जवाब, हटाए जा सकते हैं कलेक्टर प्रदेश सरकार में जनजातीय कार्य मंत्री ओमकार सिंह मरकाम को चुनाव आयोग ने शुक्रवार को नोटिस दिया है। उनसे 24 घंटे में जवाब मांगा गया है। मरकाम आचार संहिता के दौरान शहडोल कलेक्ट्रेट गए थे और वहां कलेक्टर से चर्चा की थी। आयोग ने इसे आचार संहिता का उल्लंघन मानते हुए नोटिस जारी किया है। शहडोल में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की सभा की तैयारियाें के सिलसिले में 20 अप्रैल को मरकाम रात में कलेक्ट्रेट गए थे। वे वहां करीब 50 मिनट रुके थे। शहडोल कमिश्नर ने अपनी रिपोर्ट आयोग को दी है। उन्होंने मामले की जांच की थी। रिपोर्ट में मरकाम के कलेक्ट्रेट जाने का उल्लेख हुआ है। इस मामले में शहडोल कलेक्टर ललित दाहिमा के विरुद्ध भी कार्रवाई की जा सकती है। उन पर मंत्री के साथ बैठक के आरोप हैं। इस वजह से उन्हें हटाया जा सकता है। राजपूत बोले- ट्विटर पर चौकीदार लिखते हैं पीएम इधर, प्रदेश सरकार में राजस्व मंत्री गोविंद राजपूत ने चुनाव आयोग को अपना जवाब भेज दिया है। राजपूत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबंध में दिए गए बयान पर अपना जवाब दिया है। राजस्व मंत्री राजपूत ने कहा है कि प्रधानमंत्री अपने ट्विटर हैंडल पर चौकीदार शब्द का उपयोग करते हैं। उन्होंने विस्तृत जवाब के लिए वीडियो की मांग की है। राजपूत पर कार्यकर्ता सम्मेलन में प्रधानमंत्री के लिए आपत्तिजनक शब्द बोलने का आरोप था।