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- विंध्य की स्वास्थ्य...
शहडोल। विंध्य क्षेत्र की स्वास्थ्य पूरी तरह अराजकता का शिकार हो चुकी है। कहीं तो शासकीय अस्पताल में पदस्थ मरीजों को प्राइवेट नर्सिंग में जाने की सलाह देते हैं तो वहीं आपरेशन के नाम वसूली के मामले सामने आ रहे हैं। शहडोल संभाग के सबसे बड़े अस्पताल कुशाभाऊ ठाकरे मॉडल अस्पताल सवालों के घेरे में आ गया है। जहां डॉक्टरों की मनमानी और लापरवाही के चलते मरीजों के जान की सामत आ गई है।
इस मामले को लेकर जिला प्रशासन भी लगातार अनदेखी कर रहा हैए जिससे डॉक्टरों की मनमानी पर विराम नहीं लग पा रहा है। डॉक्टरों द्वारा गरीब असहाय मरीजों से पैसे लेकर इलाज करना आम बात सी हो गई है। ऐसे ही दो मामले सामने आए हैं जिसमें दो मरीजों से ऑपरेशन के नाम पर उनसे पैसों की मांग की गई और मामले का खुलाशा होने के बाद भर्ती मरीजों को पैसे वापस कर उनका इलाज और ऑपरेशन करने से मना कर दिया। वहीं बुधवार को सुबह ड्यूटी डॉक्टर ने मरीजों को डराते धमकाते हुए उन्हे जबलपुर रेफर कर उनको जबलपुर में आपरेशन कराने की सलाह दी। इसके बाद मामला सीएस और सीएमओ के संज्ञान में आने के बाद उन्हें दुबारा भर्ती कराया गया और दो दिनों के अन्दर उनका आपरेशन करने का आश्वाशन दिया गया।
फिर वापस किये गये पैसे
जिला अस्पताल में मरीजों से पैसे लेने का मामला तूल पकड़ता देख दोनों मरीजों को आपरेशन के नाम पर लिए गए पैसे मंगलवार की शाम को वापस कर दिए गए। वहीं आपरेशन नहीं करने और नेतागिरी करने तथा अस्पताल से जाने की धमकी भी दी। बुधवार को सुबह ड्यूटी डॉक्टर वार्ड में राउंड लेने गए और वहां भर्ती दोनों मरीजों को आनन.फानन जबलपुर के लिए रेफर कर दिया। जबकि मरीजों को बुधवार को आपरेशन करने का आश्वाशन दिया गया था।
इस मामले की जानकारी जब सीएस और सीएमएचओ को लगी तब दोनों मरीजों को दुबारा वापस जिला अस्पताल में भर्ती किया गया और उनका दो दिन के भीतर आपरेशन करने का आश्वाशन दिया गया है। वहीं हड्डी रोग विशेषज्ञ डा. अरविंद अंबेडकर का कहना है कि पैसे के लेनदेन का आरोप निराधार है। जबकि डा. जीएस परिहार सीएस कुशाभाऊ ठाकरे जिला अस्पताल शहडोल ने कहा कि मामले संज्ञान में आया है, दोनों मरीजों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मामले की जांच की जा रही है, दोषी पाये जाने पर कार्यवाही की जाएगी।