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4 लाख से अधिक वोटों से जीतीं शहडोल की हिमांद्री, जानिए रीवा, सतना और सीधी सीटों के हाल
रीवा में जनार्दन की ऐतिहासिक जीत, राजनैतिक घराने के नवयुवक को जनता ने नकारा, शहडोल से हिमांद्री ने विंध्य में सबसे अधिक मतों से जीत हासिल की रीवा। आखिरकर लोकसभा चुनाव 2019 के नतीजे गुरूवार को आ गए। लोकसभा चुनाव के नतीजे ने एक बार फिर कांग्रेस के खेमे को निराश किया है। हालात ऐसे हैं कि प्रदेश भर में कांग्रेस के खाते में महज एक सीट ही आ पाई वह भी सीएम कमलनाथ के गढ़ छिन्दवाड़ा से उनके बेटे नकुलनाथ की।
वहीं विन्ध्य की सबसे हाई प्रोफाइल सीट रीवा में कांग्रेस के दिग्गज एवं विन्ध्य के सफेद शेर के नाम से विख्यात रहें स्व. श्रीनिवास तिवारी के पोते एवं पूर्व सांसद स्व. सुंदरलाल तिवारी के इंजीनियर पुत्र कांग्रेस प्रत्याशी सिद्धार्थ राज तिवारी को रीवा की जनता ने नकार दिया है एवं रीवा सांसद जनार्दन मिश्रा को एक और मौका दिया है। इधर कांग्रेस के दिग्गज अजय सिंह राहुल को भाजपा की रीति पाठक ने पटखनी दे दी है. विंध्य की चारों सीटों का एक बार फिर भगवाकरण हो गया है.
इसी तारतम्य में कांग्रेस को विधानसभा चुनाव के बाद एक बार फिर विन्ध्य से लोकसभा चुनाव में जोरदार झटका लगा हैं। विधानसभा चुनाव में रीवा, सीधी, शहडोल एवं उमरिया जिलों की सभी विधानसभा सीटों में कांग्रेस का खाता नहीं खुल पाया था। वहीं अब लोकसभा चुनाव के नतीजों ने भी कांग्रेस को पूरी तरह से निराश कर दिया है। लोकसभा चुनाव में विन्ध्य की चारों सीट रीवा, सीधी, सतना एवं शहडोल में कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया है।
परिणाम आने के पूर्व रीवा में भाजपा के जनार्दन मिश्रा एवं कांग्रेस के सिद्धार्थ तिवारी के बीच जबरदस्त टक्कर बताई जा रही थी। परंतु परिणाम यह बताते हैं कि इस सीट में भाजपा का कांग्रेस से दूर दूर तक टक्कर ही नहीं थी। 2014 में रीवा से भाजपा के सांसद निर्वाचित हुए जनार्दन मिश्रा ने लगातार दूसरी बार जीत हांसिल कर एक इतिहास रच दिया है। रीवा संसदीय क्षेत्र से जनार्दन के पूर्व महाराजा मार्तण्ड सिंह जूदेव ने दो बार लगातार जीत हांसिल की थी, उनके बाद जनार्दन ने ही इस जीत को दोहराया है।
रीवा सहित विन्ध्य की सभी सीटों में कांग्रेस की स्थिति देखकर यह मालूम होता है न तो विधानसभा चुनाव में गठबंधन कर सत्ता हांसिल करने वाली कांग्रेस के मुख्यमंत्री के कोई भी लोक लुभावने वादे काम न आ पाएं एवं न ही राहुल गांधी की न्याय योजना। यहां तक की जनता ने कांग्रेस के अधूरी कर्जमाफी को भी ठेंगा दिखा दिया है। यहां पूरे देश की तरह एक ही जादू चलता दिखा, वह भी भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का।
शुरू से ही बना रखी थी बढ़त मतगणना शुरू होने के साथ ही रीवा लोकसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी जनार्दन मिश्रा ने बढ़त बनानी शुरू कर दी थी, जो उनके जीत तक कायम रही। जनार्दन को 580769 मत हासिल हुए हैं, जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस के सिद्धार्थ तिवारी 270519 मतों के साथ दूसरे स्थान पर एवं बसपा के विकास पटेल 81,095 मतों के साथ तीसरे स्थान पर हैं। इसके पूर्व 2014 में जनार्दन ने 1.68 लाख मतों से कांग्रेस के दिग्गज नेता स्व. सुंदरलाल तिवारी को शिकस्त दी थी। इस बार उनके इंजीनियर बेटे को भी एक बड़े अंतर से हरा दिया है।
रीवा जीतें : जनार्दन मिश्रा, भाजपा (580769) निकटतम प्रतिद्वंदी : सिद्धार्थ तिवारी, कांग्रेस (270519) जीत का अंतर : 310250
सीधी जीतें : रीती पाठक, भाजपा (698342) निकटतम प्रतिद्वंदी : अजय सिंह राहुल, कांग्रेस (411818) जीत का अंतर : 286524
सतना जीतें : गणेश सिंह, भाजपा (588753) निकटतम प्रतिद्वंदी : राजाराम त्रिपाठी, कांग्रेस (357280) जीत का अंतर : 231473
शहडोल जीतें : हिमांद्री सिंह, भाजपा (747977) निकटतम प्रतिद्वंदी : प्रमिला सिंह, कांग्रेस (344644) जीत का अंतर : 403333