- Home
- /
- मध्यप्रदेश
- /
- सतना
- /
- बिसाहूलाल को भारत के...
बिसाहूलाल को भारत के इतिहास का ज्ञान नहीं या फिर बिक कर सजी कुर्सी पाने का गुरूर: राजेन्द्र सिंह
सतना (Satna) मंत्री बिसाहूलाल सिंह (Minister Bisahulal Singh) द्वारा विगत दिनों दिये गये बयान से राजनीतिक पारा गर्माया हुआ है। उनके बयान को लेकर पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष राजेन्द्र कुमार सिंह(Former Deputy Speaker Rajendra Kumar Singh) ने तीखा हमला बोला है। राजेन्द्र सिंह ने कहा कि बिसाहूलाल सिंह जैसे व्यक्ति जिसे महिलाओं की मर्यादा और गरिमा का तनिक भी सम्मान न हो उनकी बातों से सिर्फ क्षत्रिय समाज ही नहीं बल्कि सर्व समाज आहत हुआ है। उन्होंने कहा कि अब वे कितनी भी सफाई दें लेकिन उनकी भावना सबके सामने आ चुकी है। श्री सिंह ने कहा कि क्या उन्हें भारत के इतिहास का तनिक भी ज्ञान नहीं है। या फिर बिक कर सजाई हुई कुर्सी पाने पर इतना गुरूर हो गया कि अब वह किसी को कुछ नहीं समझते।
वीरता का इतिहास गवाह
उन्होंने कहा कि इतिहास गवाह है कि क्षत्राणियों ने मातृभूमि और अपने सम्मान की रक्षा के लिये अपने प्राणों की आहुति दे दी है। जलती हुई चिताओं में कूदकर जौहर कर लिया है। श्री सिंह ने कहा कि आजाद भारत की रक्षा के लिए सरहदों पर अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीर शहीदों में अपनी कुल आबादी के प्रतिशत से कहीं ज्यादा वीरता के शीर्ष अलंकरण क्षत्रिय समाज को मिले हैं। मत भूलिए कि गुरु गोविंद सिंह ने एक-एक सिख को सवा लक्खी होने का जोश और जुनून भरा था।
इतिहास जानिये
उन्होंने बताया कि 16वीं शताब्दी में गोडवाना राज्य की वीरांगना रानी दुर्गावती ने अपने पति के स्वर्गवासी हो जाने के बाद 16 वर्षो तक मुगल बादशाह अकबर की बहुत बड़ी सेना के दांत खट्टे कर दिये थे और देश के इतिहास में अमर हो गईं। एक चंदेल क्षत्रिय वंश की राजकुमारी थीं जिनका ब्याह गोडवाना राज्य के गोड़ राजा दलपत शाह से हुआ था। आपने अपनी जैसी एक वीरांगना के लिए मुंह से अपशब्द निकाले हैं या तो आप अज्ञानी हैं, या फिर असली गोड समुदाय से आते नहीं हैं। वैसे वीरता और पराक्रम किसी की मोहताज नहीं होती। झांसी की रानी वीरांगना लक्ष्मीबाई एक ब्राम्हण कुल में पैदा हुईं। वीरांगना झलकारी बाई जो कोरी समाज से थीं और रानी अवन्ति बाई लोधी जैसी वीरांगनाएं जिन्होंने ब्रिटिश हुकूमत से लड़ते-लड़ते अपने प्राणों की आहुति दी है।
आपराधिक मुकदमा दर्ज किया जाय
पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष ने राजेन्द्र कुमार सिंह ने कहा कि बिसाहूलाल सिंह महिलाओं को घरों में घुसकर घसीटकर बाहर लाने की बात कर रहे हैं, जो गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है। उन्होंने बताया कि देश के वर्तमान कानून में महिलाओं के सम्मान मंे कहीं कोई कीचड़ न उछाल सके जिसके लिये न्याय व्यवस्था में कड़े कानून बने हैं। यदि कोई पुरुष बुरी नियत से 10 सेकंड से ज्यादा समय तक महिला को घूर देता है तो भारतीय दंड संहिता के तहत आपराधिक मुकदमा दर्ज किया जाता है। श्री सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह आपने संविधान की रक्षा और सभी वर्गो को न्याय दिलाने की शपथ ली है और आपके मंत्री ने भी लिया था। लेकिन जिस तरह का बयान आपके मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने दिया है उससे उन्हें मंत्रिपरिषद से बाहर का रास्ता दिखाया जाना न्याय के हित में होगा। साथ ही आपराधिक मुकदमा भी दर्ज किया जाना चाहिए।