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युवक की हत्या का मामला: परिजनों को मिल रही जान से मारने की धमकियां, रीवा SP से लगाई गुहार
एमपी रीवा के चोरहटा थाना अंतर्गत ग्राम चौरा निवासी युवक शिवेन्द्र कुमार चतुर्वेदी के साथ आरोपियों ने जमकर मारपीट की थी। उक्त घटना को गत 15-16 अप्रैल की दरमियानी रात को अंजाम दिया गया था। युवक को गंभीर हालत में संजय गांधी अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया था किंतु उसकी हालत में सुधार नहीं हुआ। जिसके बाद उन्हें उपचार के लिए जबलपुर मैट्रो अस्पताल ले जाया। जहां 22 अप्रैल को शिवेन्द्र की मौत हो गई।
चोरहटा थाने में दर्ज कराई गई रिपोर्ट
चौरा निवासी युवक शिवेन्द्र कुमार चतुर्वेदी के साथ मारपीट की रिपोर्ट 16 अप्रैल को थाना चोरहटा में दर्ज करवाई गई थी। जिसमें पुलिस ने आरोपियों पर धारा 327, 294, 323, 324, 506, 34 का प्रकरण पंजीबद्ध किया था। इस मामले में उमाशंकर चतुर्वेदी निवासी चौरा, रमाशंकर चतुर्वेदी निवासी चौरा, वृंदावन चतुर्वेदी निवासी चौरा, गुल्ली पाठक निवासी सकरवट एवं सुमित चतुर्वेदी निवासी चौरा व सर्वेश साकेत निवासी चौरा आरोपी बनाए गए थे।
उपचार के दौरान शिवेन्द्र ने तोड़ दिया दम
मारपीट में घायल ग्राम चौरा निवासी शिवेन्द्र कुमार चतुर्वेदी का पहले संजय गांधी अस्पताल में उपचार चला किंतु उनकी हालत में सुधार नहीं हुआ। जिसके बाद उन्हें जबलपुर के मैट्रो हॉस्पिटल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया। जहां 22 अप्रैल को उनकी मौत हो गई। जिसकी रिपोर्ट अस्पताल चौकी में कराकर पोस्टमार्टम कराया गया। मृतक के भाई पुष्पराज चतुर्वेदी का कहना है कि इस प्रकरण में एक आरोपी उमाशंकर ने स्वयं पिस्टल से अपने ऊपर गोली मारकर उल्टा उसे फंसाने की कोशिश की। किंतु जब पुलिस को वास्तविकता का पता चला तो उसे गिरफ्तार कर लिया गया किंतु पिस्टल जब्त नहीं की गई।
चार आरोपी गिरफ्तार, दो फरार
इस मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि दो आरोपी वृन्दावन तथा सुमित अभी भी फरार बताए गए हैं। मृतक के परिजनों ने इनको पकड़ने में पुलिस द्वारा ठीक से प्रयास नहीं करने के आरोप भी लगाए गए हैं। इन आरोपियों पर पूर्व में हत्या जैसे संगीन केस चल चुके हैं तथा कई केस चल रहे हैं।
पुलिस अधीक्षक से की फरियाद
मारपीट के बाद घायल युवक शिवेन्द्र कुमार चतुर्वेदी की हुई मौत मामले में मृतक के भाई पुष्पराज चतुर्वेदी ने आरोपियों को गिरफ्तार करने पुलिस अधीक्षक से फरियाद की है। पुलिस अधीक्षक को सौंपे ज्ञापन में उन्होंने कहा है कि गत 15-16 अप्रैल की रात गांव के ही वृंदावन चतुर्वेदी, सुमित चतुर्वेदी, उमाशंकर, रमाशंकर, कामता उर्फ गुल्ली और सर्वेश साकेत ने लोहे ही राड व लाठियों से लैस होकर वाहन में जबरन अपहरण कर उसको भट्टा में मारकर छिबौरा में अधमरा कर फेंक दिये थे। जिसकी रिपोर्ट उन्होंने चोरहटा थाना में की गई थी। चोरहटा पुलिस ने सामान्य मारपीट का मुकदमा दर्ज कर उल्टा उन पर ही आरोप लगाते हुए कहा कि तुमने शातिर दो बदमाश वृन्दावन एवं सुमित का झूठा नाम लिखाया है। उन्होंने ज्ञापन में कहा है कि वह अपने भाई को पुलिस की सूचना पर लाकर संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया जहां पर चार-पांच दिन रखने के बाद डॉक्टरों ने कहा कि इनका बचना मुश्किल है। तब चोरहटा पुलिस को सूचना दी किंतु पुलिस अस्पताल आकर न तो उसका मरणासन्न कथन कराया, न ही खुद लाक किया। जिसके जब शिवेन्द्र को जबलपुर मैट्रो हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। जहां डॉक्टरों ने 3 दिन बाद बोला कि यह नहीं बचेगा। 2 से 4 घंटे जिंदा रहेगा। जिसके बाद 22 अप्रैल को शिवेन्द्र की मौत हो गई।
इन बिंदुओं का एसपी को सौंपा ज्ञापन
एसपी को सौंपे गए ज्ञापन में मृतक के भाई पुष्पराज चतुर्वेदी ने उल्लेख किया है कि आरोपी उमाशंकर चतुर्वेदी ने जिस पिस्टल से खुद को गोली मारी थी उसका पता लगाकर जब्त कराया जाए।
आरोपीगण जिस बोलेरो से मृतक का अपहरण किए थे, वाहन मालिक कौन था और कौन चला रहा था, क्या चलाने वाले के पास लाइसेंस है, यदि नहीं है तो वाहन मालिक की जांच कर उसे हत्या के षड़यंत्र में लिप्त होने की कार्यवाही की जाए। छिबौरा चौकी पुलिस ने मृतक के कथन तथा कथन का वीडियो बनाया था।
सभी दस्तावेज व वीडियो की जांच कराई जाए तथा जांचकर्ता के कथन कराए जाएं। मृतक जिस अस्पताल में भर्ती रहा हो वहां के वेड हेड टिकट प्राप्त कराकर इलाज करने वाले डॉक्टरों का कथन कराया जाए। इस घटना के साक्षीगण राजमणि शुक्ला, अभिमन्यु चतुर्वेदी ने अंतिम बार देखा है उनके कथन कराए जाएं।
इस घटना के आरोपियों के विरुद्ध कई केस दर्ज हैं। हो सकता है कि अदालत से उन्हें सजा भी मिली हो उन्हें प्रकरण में संलग्न कराने का कष्ट करें ताकि जमानत न हो सके। प्रकरण में दो मुख्य आरोपी वृन्दावन तथा सुमित फरार हैं। इनको पकड़ने के लिए पुलिस द्वारा ठीक से प्रयास नहीं किया गया है। इन पर पूर्व में हत्या जैसे संगीन केस चल चुके हैं तथा कई केस चल रहे हैं।
इनका रीवा तथा गांव में मकान तथा जमीन है। मकान गिराने तथा जमीन कुर्की की कार्रवाई की जाए। ज्ञापन में कहा गया है कि फरार आरोपी वृन्दावन तथा सुमित शातिर बदमाश हैं जिनसे मुझे और मेरे परिवार को बहुत खतरा है। परिवार को सुरक्षा प्रदान कराई जाए।