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'मैं रीवा कलेक्टर बोल रहा हूं, हर हाल में नियुक्ति करो'... और झांसेबाज कलेक्टर साहेब पहुंच गए जेल, जानिए मामला...
भाई की नियुक्ति कराने के लिए नकली रीवा कलेक्टर (Fake Rewa Collector) बनकर भोपाल के अफसर को कॉल करना प्रयागराज के एक झांसे बाज युवक को भारी पड़ गया. अफसर ने युवक का ऑडियो रिकॉर्ड कर रीवा कलेक्टर को भेज दिया और डीएम ने रीवा एसपी को शिकायत कर कार्रवाई करने के लिए कहा. रीवा पुलिस ने तत्काल युवक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.
हर हाल में नियुक्ति करनी है
इन दिनों एमपी ई-कॉम के माध्यम से कंप्यूटर ऑपरेटर पदों में भर्तियां चल रही है. इसी पद में अपने भाई गणेश द्विवेदी की भर्ती को लेकर यूपी के प्रयागराज निवासी नीलेश कुमार द्विवेदी ने रीवा कलेक्टर मनोज पुष्प के नाम से 3 दिन पहले भोपाल में ई-कॉम के वरिष्ठ सलाहकार कमलेश सेन को कॉल किया. और कहा कि आपको गणेश द्विवेदी की हर हाल में नियुक्ति करनी है.
अधिकारी को शंका हुई
कमलेश सेन को वार्तालाप के दौरान बात करने के ढंग से शंका हुई. उन्होंने कहा कि कुछ देर से बात करते हैं. इसके बाद सेन द्वारा मोबाइल में कॉल रिकॉर्डिंग शुरू कर दी और झांसा देने वाले नीलेश द्विवेदी को कॉल किया. इस बार भी बदमाश की टोन कलेक्टर जैसे पद में पदस्थ प्रशासनिक अधिकारी की नहीं लग रही थी. लिहाजा बात करने के बाद ई-कॉम के वरिष्ठ सलाहकार ने ऑडियो को रीवा कलेक्टर मनोज पुष्प को भेज दिया.
रीवा पुलिस ने प्रयागराज से गिरफ्तार किया
ऑडियो सुनने के बाद रीवा कलेक्टर ने एसपी नवनीत भसीन को शिकायत भेजी और एसपी ने सिविल लाइन टीआई को कार्रवाई के निर्देश दिए. पुलिस ने तुरंत एक्शन लेते हुए साइबर की मदद से लोकेशन ट्रेस करना शुरू कर दिया. उसकी लोकेशन प्रयागराज मिली. शातिर बदमाश पुलिस की गिरफ्त में आ गया.
कई प्रकरण दर्ज हैं
मामले को लेकर एएसपी अनिल सोनकर ने बताया कि नकली कलेक्टर बनकर भोपाल के अधिकारी को भाई की नौकरी के लिए फोन करने वाला बदमाश नीलेश कुमार द्विवेदी (28) को प्रयागराज से गिरफ्तार कर लिया गया है. साथ ही रविवार को रीवा जिला न्यायालय में पेश किया गया है. इसके विरूद्ध पूर्व में भी चोरहटा थाने और समान थाने में कई प्रकरण दर्ज हैं.