रीवा

रीवा-सीधी-सिगरौली-सतना-ललितपुर रेल परियोजना से पीड़ित किसानो के द्वारा 6वें दिन धरना से आन्दोलनकारियों का स्वास्थ्य में दिनो दिन गिरावट

रीवा-सीधी-सिगरौली-सतना-ललितपुर रेल परियोजना से पीड़ित किसानो के द्वारा 6वें दिन धरना से आन्दोलनकारियों का स्वास्थ्य में दिनो दिन गिरावट
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Rewa-Sidhi-Sigrauli-Satna-Lalitpur Rail Project: किसान नेता व रेलवे किसान संघर्ष समिति गोविंदगढ़ जिला रीवा के प्रवक्ता महेन्द्र पाण्डेय ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि रीवा-सीधी-सिगरौली-सतना-ललितपुर रेल परियोजना से पीढ़ित किसानो के द्वारा 6वें दिन जारी रेलवे विभाग के विरूद्ध धरने में अनशनकारियों का स्वास्थ्य दिन प्रतिदिन खराब होती जा रही है.

Rewa-Sidhi-Sigrauli-Satna-Lalitpur Rail Project: किसान नेता व रेलवे किसान संघर्ष समिति गोविंदगढ़ जिला रीवा के प्रवक्ता महेन्द्र पाण्डेय ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि रीवा-सीधी-सिगरौली-सतना-ललितपुर रेल परियोजना से पीढ़ित किसानो के द्वारा 6वें दिन जारी रेलवे विभाग के विरूद्ध धरने में अनशनकारियों का स्वास्थ्य दिन प्रतिदिन खराब होती जा रही है, डॉक्टरों की टीम द्वारा अनशनकारियों के स्वास्थ्य की जाँच किया जाकर शासन एवं प्रशासन को रिपोर्ट सौपी जा रही है, परन्तु प्रशासन द्वारा आंख पर पट्टी बांधी हुई है, किसी तरह से किसानों से उनकी मांग पर गम्भीर नही है, आज तक प्रशसन का कोई नुमाइंदा अनशनकारियों का हाल चाल लेने नहीं गया।

रेल्वे स्टेशन गोविन्दगढ़ मे पन्ना, सतना, सीधी, रीवा के नौजवान, किसान दिनरात स्टेशन पर बैठे हुये धरना प्रदर्शन कर रहे है, गोविन्दगढ़ में कभी भी गम्भीर घटना घटित होने की आशंका है, आज आमरण अंशन स्थल पर किसाना नेता सुब्रतमणि त्रिपाठी अनशनकारियों का समर्थन करने पंहुचे। किसान नेता सुब्रतमणि ने अपने उद्बोधन में कहा कि किसान अपनी जायज मांगों के लिये निरंतर एक साल से संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन निरंकुश सरकार किसानों की मांगों की तरफ ध्यान नही दे रही है।

उन्होने कहा कि किसानों की रहनुमाई करने वाले सभी किसान संगठन एवं नेता समय आगया है कि कपकपाती ठण्ड में बैठे किसान अपनी न्याय की आस में कहीं अपनी जान न गवा दें, इसलिये सभी किसान संगठन सर्वदलीय नेता किसानों के समर्थन के लिये आगें आयें और उनकी इस लड़ाई में सहयोग करें एवं समर्थन करें तभी किसानों को न्याय मिलेगा एवं जनसंगठन एवं जन आन्दोलनों के नेताओं से अपील है कि किसानों की इस संकट की घड़ी में उनका साथ दें। धरना स्थल पर आमरण अंशनकारी किसान नेता त्रम्यकेश्वर पाण्डेय, विकलांग रणजीत सिंह बघेल, उनकी पत्नी आशा सिंह बघेल, रमेश शुक्ला, रामायण शर्मा, शतीश सिंह बड़खड़ा इनका स्वास्थ्य धीरे-धीरे कमजोर होता जा रहा है. गोविन्दगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के डॉक्टरों ने शासन और प्रशासन को अपनी रिपोर्ट भी भेजी है।

किसान नेता महेन्द्र पाण्डेय ने कहा कि रेलवे पुलिस और प्रशासन नौजवानों, किसानों को डरा-धमका कर मुकदमा एवं जेल का भय दिखा कर आन्दोलन को कमजोर किया जा रहा है, लेकिन आन्दोलनकारी झुकने वाले नही है, आजादी के आन्दोलन में बहुत से शहीदों ने अपनी कुर्बानी दी, इसी तरह हम भी अपनी कुर्बानी देने के लिये तैयार हैं, जेल जाने के लिये तैयार हैं लेकिन झुकने को तैयार नही हैं। धरना स्थल पर राघवेन्द्र मिश्रा, हीरा सिंह सीधी, प्रवीण पाण्डेय पन्ना, धर्मेन्द्र दाहिया नागौद, राजेन्द्र शर्मा रीवा, संजय तिवारी सीधी, रत्नेश पाण्डेय, चेतमणि मिश्रा, सुरेन्द्र मिश्रा, माधव दुबे आदि सैकड़ो नौजवान उपस्थित रहें।

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