रीवा

Rewa में स्वस्थ होने के दूसरे दिन दिखे Black Fungus के लक्षण, एक रीवा का तो दूसरा सीधी जिले के मझौली का..

Rewa में स्वस्थ होने के दूसरे दिन दिखे Black Fungus के लक्षण, एक रीवा का तो दूसरा सीधी जिले के मझौली का..
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Rewa में स्वस्थ होने के दूसरे दिन दिखे Black Fungus के लक्षण, एक रीवा का तो दूसरा सीधी जिले के मझौली का..रीवा (Rewa News) : कोरोना संक्रमण के साथ ही साथ अब लैक फंगस ने स्वास्थ्य अमले को खासा परेशान कर दिया है। रोज नये मरीज मिल रहे हैं। सोमवार को भी दो नये मरीजों में ब्लैक फंगस (Black Fungus) के लक्षण देखे गए।

Rewa में स्वस्थ होने के दूसरे दिन दिखे Black Fungus के लक्षण, एक रीवा का तो दूसरा सीधी जिले के मझौली का..

रीवा (Rewa News) : कोरोना संक्रमण के साथ ही साथ अब लैक फंगस ने स्वास्थ्य अमले को खासा परेशान कर दिया है। रोज नये मरीज मिल रहे हैं। सोमवार को भी दो नये मरीजों में ब्लैक फंगस (Black Fungus) के लक्षण देखे गए।

बताया जाता है की एक मरीज 33 वर्षीय पाण्डेय निवासी एपीएस यूनिवर्सिटी (APS University) तथा दूसरा मरीज यादव 76 वर्ष निवासी सीधी जिले के मझौली का बताया गया है। दोनो मरीजों को सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में बनाये गए वार्ड में भर्ती कराया गया है।

स्वस्थ होने के बाद किया गया था डिस्चार्ज

अस्पताल सूत्रों के मुताबिक रीवा निवासी मरीज कोविड पॉजटिव था जिसका इलाज संजय गांधी अस्पताल में विगत 1 मई से चल रहा था। स्वस्थ होने के बाद उसे 15 मई को डिस्चार्ज किया गया। उसके दूसरे ही दिन उनमें ब्लैक फंगस के लक्षण देखने को मिले। जिन्हें सोमवार को अस्पताल लाकर भर्ती कराया गया है। वहीं सीधी जिले के मझौली निवासी यादव में भी ब्लैक फंगस के लक्षण देखे गए हैं।

कुल 11 मरीज भर्ती

इस तरह से सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में बनाये गए वार्ड में सोमवार तक कुल 11 मरीज भर्ती किये जा चुके हैं जिनका इलाज भगवान भरोसे चल रहा है। कारण यह कि इससे संक्रमित मरीजों के उपचार के लिए आवश्यक दवाइयां उपलध नहीं है।

हालाकि अस्पताल प्रबंधन द्वारा इससे संबंधित दवाइयों के लिए पत्र भेजा गया है। लैक फंगस लगातार कोरोना मरीजों पर अटैक कर रहा है। प्रतिदिन संक्रमित मरीज अस्पताल पहुच रहे हैं। जिले में लैक फंगस के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं।

ज्ञात हो कि कोरोना संक्रमित मरीजों को उपचार देने के बाद वह स्वस्थ तो हो रहे हैं लेकिन उन्हें अब लैक फंगस अपनी चपेट में ले रहा है। इतना ही नहीं इससे संक्रमित मरीज की मौत भी हो चुकी है। इस बात को लेकर प्रशासनिक अमला भी खासा चिंतित नजर आ रहा है।

एक तो कोरोना संक्रमण ने जिले भर की हालत को पस्त कर दिया वहीं अब लैक फंगस ने नई परेशानी बढ़ा दी। इधर नेत्र रोग के साथ ही साथ नाक, कान और गला विभाग के डॉक्टरों की कसरत बढ़ गई है। कारण यह कि लैक फंगस आंख, नाक, कान और गले में अटैक कर रहा है। इससे अस्पताल में भर्ती अन्य कोविड के मरीजों को भी लैक फंगस का खतरा डराने लगा है।

वहीं जो मरीज स्वस्थ होने के बाद घर जा चुके हैं उन्हें भी Black Fungus के अटैक करने का डर सता रहा है। संक्रमित होने के दौरान मरीजों को दी जा रही स्टेराइड का साइड इफेक्ट इसे बताया जा रहा है। ऐसी स्थिति में डॉक्टरों के सामने असमंजस की स्थिति निर्मित हो गई है।

हालाकि डॉक्टरों का कहना है कि Black Fungus से संक्रमित एक-दो मरीज हर वर्ष आते रहे हैं, लेकिन कोरोना महामारी में इससे संक्रमित मरीजों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है, जो गंभीर चिंता का विषय है।

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