रीवा

मध्य प्रदेश के सबसे गहरे बहुती जलप्रपात से 13 शव निकाल चुके है सुरेंद्र, 59 वर्ष की आयु में भी मानवता की सेवा के लिए तत्पर

Saroj Tiwari
2 Jan 2022 6:45 PM IST
Updated: 2022-01-02 13:18:58
Surendra who has removed 13 dead bodies from deepest waterfall of Madhya Pradesh is ready to serve humanity even at age of 59
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59 वर्ष की आयु में भी रीवा (Rewa) के सुरेंद्र मानवता की सेवा के लिए तत्पर

रीवा (Rewa) मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) का सबसे गहरा जलप्रपात बहुती (Bahuti Water Falls) रीवा जिले नईगढ़ी क्षेत्र में स्थित है। इसकी गहराई 650 फिट बताई जाती है। इस गहरे जलप्रपात से सुरेन्द्र सिंह (Surendra Singh) 13 शव निकाल चुके हैं। मानवता की सेवा में 1985 उनका यह सिलसिला चल रहा है अब 59 साल की उम्र में भी जारी है। पुलिस द्वारा सूचना मिलते ही मौके पर पहुंच जाते हैं।

आपको बता दें कि जलप्रपात में जब भी शव मिलने की सूचना पुसिस को मिलते है तो पुलिस को सुरेंद्र सिंह की याद आ जाती है। सुरेंद्र सिंह भी तत्परता दिखाते हुए मौके पर अपने साथियों के साथ पहुंच जाते हैं। फिर 650 फिट गहरे जलप्रपात में उतरते हैं और कंधे में शव को लेकर लाद पहाड़ के ऊबड़ खाबड़ रास्तों से ऊपर आते हैं।

20 साल से ज्यादा समय से चल रहा सिलसिला

रीवा जिले के नईगढ़ी थाना के बहुती गांव निवासी सुरेन्द्र सिंह ठाकुर पीडब्लूडी में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी हैं। गांव में ही स्थित जलप्रपात में अक्सर लोगों के शव मिलने की घटनाएं सामने आती हैं। जिसे सुरेंद्र सिंह अपने हौंसलों से गहरे जलप्रपात से बाहर निकालते हैं। यह 20 साल से ज्यादा समय से चल रहा है। बताया गया कि 1985 में यहां लगने वाले मेले में एक बच्चा परिजनों से साथ आया था और पानी के बहाव में नीचे गिर गया। उसकी खोज में सुरेंद्र सिंह नीचे उतरे और एक सप्ताह बाद बच्चा जिंदा मिला था जिसे लेकर वह ऊपर आये थे। उसे ढूंढ़ने काफी समय लगा लेकिन उनकी तलाश जारी रही और वह सफल रहे। तबसे अब तक वह जलप्रपात से 13 शव निकाल चुके हैं।

मानवता की सेवा के लिए काम करते रहेंगे

सुरेंद्र सिंह का कहना है कि जलप्रपात से शव निकालने में हमारे साथी भी मदद करते हैं। जो बिना किसी भय के हमारे साथ नीचे उतरते हैं। उन्होंने बताया कि पहाड़ से नीचे उतरने के लिये रास्ता नहीं लेकिन वह किसी तरह शव बाहर लेकर आते हैं। अब वह 13 शव और एक जिंदा बच्चे को बाहर निकाल चुके हैं। उन्होंने कहा कि जब तक हमारे अंदर साहस होगा हम मानवता की सेवा के लिये काम करते रहेंगे।

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