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रीवा इंजीनियरिंग कॉलेज में प्राध्यापकों की कमी, स्वीकृत 54 में से 35 पद खाली, अतिथि विद्वानों के भरोसे चल रहा काम
Rewa MP News: शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज में नियमित प्राध्यापकों की काफी कमी बनी हुई है। नियमित प्राध्यापकों की कमी के कारण यहां की पढ़ाई व्यवस्था पूरी तरह से चरमराई हुई है। वर्तमान समय में इंजीनियरिंग कॉलेज रीवा की स्थिति यह है कि यहां की पढ़ाई व्यवस्था पूरी तरह से अतिथि विद्वानों के भरोसे चल रही है।
बताया गया है कि इंजीनियरिंग कॉलेज में सिविल, मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रानिक को मिला कर चार ब्रांच संचालित है। इन ब्रांच को मिला कर यहां कुल 14 सौ विद्यार्थी अध्ययनरत है। इन विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए पर्याप्त स्टाफ ही नहीं है। प्राध्यापकों की कमी से जूझ रहे महाविद्यालय में पढ़ाई किस तरह से होती होगी इसका सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है।
खाली पदों की स्थिति
बताया गया है कि महाविद्यालय में संचालित सिविल ब्रांच में प्राध्यापकां के 13 पद स्वीकृत हैं जिसमें से 3 पद भरे हुए हैं। इलेक्ट्रिकल ब्रांच में भी प्राध्यापकां के स्वीकृत 13 में से केवल 5 पदों में ही प्राध्यापक पदस्थ हैं। मैकेनिकल ब्रांच में प्राध्यापकों के स्वीकृत 17 में से केवल 6 पद में ही ही अतिथि विद्वान पदस्थ हैं। इलेक्ट्रानिक ब्रांच में भी प्राध्यापकों के नियमित 11 पद में से केवल 5 पद ही भरे हुए हैं। इस प्रकार यहां प्राध्यापकों के कुल 35 पद खाली है।
किस प्रकार से चल रहा काम
बताया गया है कि महाविद्यालय में प्राध्यापकों की कमी की भरपाई अतिथि विद्वानां द्वारा की जा रही है। कॉलेज के सिविल ब्रांच में 7, इलेक्ट्रिकल में 7, मैकेनिकल में 8 और इलेक्ट्रानिक ब्रांच में 5 अतिथि विद्वान पदस्थ हैं। इस प्रकार यहां कुल 27 अतिथि विद्वान पदस्थ हैं।
वर्जन
महाविद्यालय में नियमित प्राध्यापकों की कमी है। पढ़ाई प्रभावित न हो इसके लिए अतिथि विद्वानों की सेवा ली जा रही है।
प्रो. बीके अग्रवाल, प्राचार्य शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज रीवा