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विंध्य हुआ गौरवान्वित: रीवा की बहू IAS हर्षिका सिंह पीएम मोदी के हाथों हुईं सम्मानित
IAS Harshika Singh PM Modi Award News: रीवा जिले के रायपुर कर्चुलियान की रहने वाली हर्षिका सिंह ने मंडला में शिक्षा की ऐसी अलख जगाई कि यह जिला पूर्ण साक्षर घोषित हो गया और यहां के प्रत्येक रहवासी आज अपना नाम खुद लिखने के साथ गिनती काउंट कर लेते है। इसके लिए कलेक्टर रही हर्षिका सिंह ने वहां के लोगो के साथ मिलकर काम की और आज मंडला को देश की पहचान दिलाने में न सिर्फ सफल रही बल्कि अब पिछड़ी-आदिवासी जिलों में मंडला देश का पहला पूर्ण साक्षर जिला बनाने में सफल हो गया है।
यहां एक पहलू यह भी रहा कि लोगो को साक्षर करने के लिए कलेक्टर हर्षिका सिंह ने ऐसा काम किया कि सरकार का एक पैसा खर्च नही हुआ। बिना पैसा खर्च किए जिस तरह से मंडला को पूर्ण साक्षर करने में कलेक्टर हर्षिका सिंह सफल रही, उससे भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी प्रभावित हुए है। उन्होने इस कार्य के लिए नई दिल्ली में हर्षिका सिंह को सम्मानित किए है।
आधी से ज्यादा आबादी थी निरक्षर
जानकारी के तहत मंडला जिले की 58 प्रतिशत आबादी निरक्षर रही और हर्षिका सिंह ने जब मंडला कलेक्टर के रूप कार्यभार संभाला तो पाया कि यहां के लोगो के साथ आए दिन फ्राड हो रहा है। निरक्षर होने के कारण लोगो के पैसे बदमाश किस्म के लोग उड़ा रहे है। उनके जनसुनवाई में सबसे ज्यादा शिकायते ग्रामीणों के पैसो में होने वाले फ्राड की पहुच रही थी।
जिसके लिए उन्होने समझा कि यह महज निरक्षरता की वजह से हो रहा है। यही वजह रही कि उन्होने लोगो को साक्षर करने का वीड़ा उठाया और आज मंडला जिला शत-प्रतिशत साक्षर हो गया है।
ऐसा चलाया साक्षरता अभियान
मंडला के लोगो को साक्षर करने के लिए कलेक्टर हर्षिका सिंह ने जिले भर की आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं, यहां आने वाले छोटे बच्चों के साथ-साथ आशा कार्यकर्ता और अन्य स्कूली बच्चों को प्रोत्साहित करके साक्षरता अभियान प्रारंभ किया। इसका परिणाम यह रहा कि उनकी प्रेरणा से सभी लोग जुट गए और अपने अपने गांव में जितने भी निरीक्षण एवं गैर पढ़े लिखे लोग थे, सबको साक्षर कर पढऩा लिखना सिखा दिया। पिछड़े जिले में शुमार होने वाले मंडला जिला अब खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहा है।
रीवा की रहने वाली है हर्षिका
हर्षिका सिंह रीवा की रहने वाली है। उनके पति रोहित सिंह भी कलेक्टर रह चुके हैं और उन्होंने भी कलेक्टर के रूप में जनहित की योजनाओं के त्वरित क्रियान्वयन के मामले में पिछले माह 17 जनवरी को सम्मान प्राप्त किए है। कलेक्टर हर्षिका सिंह रीवा के रायपुर कर्चुलियान जनपद में अध्यक्ष रह चुके लाल बहादुर सिंह की बहू हैं।
वे एक राजनैतिक घराने से आती है। जनसेवा के प्रति उनके जज्बे का ही परिणाम है कि मंडला जैसा अति पिछड़ा जिला अब शत प्रतिशत साक्षर बन चुका है। हर्षिका सिंह ने जब मंडला कलेक्टर के रूप में कार्यभार संभाला था तो उस समय मंडला जिले की साक्षरता मात्र 42 प्रतिशत थी, यानि की जिले की आधी से ज्यादा आबादी निरक्षर थी। ऐसी विपरीत परिस्थितियों में सफलतापूर्वक कार्य करके हर्षिका सिंह में लोक सेवक के रूप में अपनी पहचान राष्ट्रीय स्तर पर बनाई है। उन्होंने अपने कार्य से रीवा जिले के साथ-साथ मध्यप्रदेश का भी नाम भी राष्ट्रीय स्तर पर रोशन किया है।