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Rewa Ring Road Phase-II: सिलपरा-बेला रिंग रोड का निर्माण कार्य शुरू, 2023 तक की डेडलाइन
Rewa Ring Road Phase-II, Construction work of Silpara to Bela Ring Road started
Rewa Silpara to Bela Ring Road Phase-II News in Hindi: रिंग रोड के दूसरे फेज का काम शुरू हो गया है। जिसे पूरा करने मार्च 2023 तक का समय दिया गया है। दूसरे फेज का काम पूरा हो जाने पर शहर को भारी वाहनों के आवागमन से राहत मिलेगी।
उल्लेखनीय है कि रतहरा से सिलपरा (Ratahra to Silpara Ring Road) तक पहले फेज की रिंगरोड का निर्माण पहले ही पूरा हो चुका है। दूसरे फेज की रिंगरोड सिलपरा से बेला (Silpara to Bela Ring Road) तक बनाई जा रही है। यह रिंग रोड 13 किमी लंबी है। इस दूसरे फेज के प्रोजेक्ट की लागत दो सौ करोड़ है।
बताया गया है कि दूसरे फेज के लिए आठ गांवों की जमीन का अधिग्रहण किया गया है। आरंभिक चरण में अर्थवर्क और स्ट्रक्चर का काम किया जा रहा है। प्रोजेक्ट समय से पूरा हो सके इसके लिए नोडल एजेंसी एनएचएआई ने निर्माण एजेंसी को निर्देश दे दिए हैं।
सूत्रों के अनुसार रीवा से सतना को कनेक्ट करने वाली रिंग रोड का निर्माण एक से अधिक स्थानों पर एक साथ शुरू किया गया है। रिंग रोड की चौड़ाई 45 मीटर रखी जा रही है। मसलन एक तरफ से दो भारी वाहन एक साथ आवागमन कर सकेंगे। यह रिंग रोड फोरलेन होगी। सड़क का निर्माण कांक्रीट से किया जाएगा। सूत्रों के अनुसार चार से पांच महीने में अर्थवर्क का काम पूरा कर लिया जाएगा।
60 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण
रिंग रोड के दूसरे फेज के निर्माण के लिए प्रशासन ने 60 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण कर एनएचएआई को दिया है। बताया गया है कि 60 हेक्टेयर भूमि में किसानों के निजी जमीन के अलावा सरकारी जमीन भी शामिल है। किसानों को अधिग्रहित भूमि का मुआवजा भी दिया जा चुका है।
शहर में नहीं घुसेंगे भारी वाहन
रिंग रोड के दूसरे फेज का काम पूरा हो जाने के बाद भारी वाहनों को शहर में प्रवेश करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। सीधी-सिंगरौली से सतना जाने वाले वाहन सिलपरा रिंग रोड से सीधी-बेला पहुंच जाएंगे। साथ ही सतना, मैहर से सीधी जाने वाले वाहन बेला में रिंग रोड में प्रवेश कर बाहर ही बाहर सीधी की सड़क पर आ जाएंगे। इतना ही नहीं अभी इन दोनों स्थानों के मध्य आवागमन बाईपास के जरिए होता है। ऐसे में उन्हें लगभग 28 किमी का चक्कर लगाना पड़ता है।
दूसरे फेज का काम पूरा होने के बाद वाहनों को 13 किमी की दूरी ही तय करनी पड़ेगी। इसके अलावा इलाहाबाद-बनारस से सतना-मैहर की तरफ आने और जाने के लिए वाहनों को बाईपास के अलावा एक और व्यवस्थित मार्ग मिल जाएगा। इस प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद रीवा बाईपास को राहत मिलेगी। माना जा रहा है कि सतना-मैहर और इलाहाबाद-बनारस के बीच आवागमन करने वाले वाहन रीवा बाईपास की जगह रिंग रोड का मार्ग चुनेंगे। रिंग रोड फोरलेन बनाई जा रही है जबकि बाईपास टू-लेन है।