रीवा

रीवा: दूसरी बार ₹3000 की रिश्वत लेते लोकायुक्त के शिकंजे में फंसा पटवारी, सीमांकन करवाने मांगे थे पैसे

रीवा: दूसरी बार ₹3000 की रिश्वत लेते लोकायुक्त के शिकंजे में फंसा पटवारी, सीमांकन करवाने मांगे थे पैसे
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लोकायुक्त की लगातार कार्यवाही के बाद भी भ्रष्ट अधिकारी कर्मचारी सीख नहीं ले रहे हैं.

रीवा (Rewa News): लोकायुक्त की लगातार कार्यवाही के बाद भी भ्रष्ट अधिकारी कर्मचारी सीख नहीं ले रहे हैं। एक ओर जहां पूर्व में यह पटवारी लोकायुक्त के शिकंजे में फंस चुका है। उस प्रकरण की विवेचना हो रही है। उसके बाद भी घूस लेने की प्रवृत्ति समाप्त नहीं हुई और वह दूसरी बार 25 मई 2023 को लोकायुक्त की गिरफ्त में आ गया। इस बार भी इसे 3000 की रिश्वत लेते पकड़ा गया है।

कहां का है मामला

लोकायुक्त की कार्यवाही में शामिल अधिकारी निरीक्षक जियाउल हक से मिली जानकारी के अनुसार यह मामला जवा तहसील का है। बताया गया है कि कोटा हल्का पटवारी विनोद सिंह पटेल एवं नीरज शुक्ला राजस्व निरीक्षक व्रत डभौरा तहसील जवा को मामले में आरोपी बनाया गया है।

इस मामले में शिकायतकर्ता सलमान खान निवासी ग्राम मनिकाडाढ पोस्ट कोटा, तहसील जवा, थाना पनवार जिला रीवा के निवासी हैं। बताया गया है कि इनके द्वारा अपने भाई एवं पिता के नाम हल्का कोटा में मौजूद भूमि का सीमांकन करवाना चाह रहे थे। सीमांकन के लिए पूर्व में आवेदन दिया गया था लेकिन प्रक्रिया पूरी करने पटवारी द्वारा 3000 रुपए की मांग की गई। वही बताया गया है कि राजस्व निरीक्षक नीरज शुक्ला पूर्व में 1000 रुपए ले लिए गए।

पकड़ा गया पटवारी

बताया गया है कि पटवारी विनोद सिंह पटेल द्वारा सीमांकन के एवज में 3000 रुपए मांगे थे। जिसे देने के लिए आवेदक सलमान खान 25 मई 2023 को पटवारी के किराए के आवास एवं कार्यालय डभौरा के पास पहुंचा। वहां पहले से मौजूद लोकायुक्त की पूरी टीम पैसा देते समय ही आरोपी पटवारी को रंगे हाथ पकड़ लिया।

आवेदक का कहना है कि पटवारी बिना पैसे के काम करने के लिए तैयार नहीं था वहीं राजस्व निरीक्षक नीरज शुक्ला की मिलीभगत से 1000 रुपए पहले लिए गए थे। ऐसे में लोकायुक्त ने कार्यवाही करते हुए पूर्व में पैसे लेने पर धारा 7 भ्रष्टाचार निवारण संशोधन अधिनियम 2018 का प्रकरण पंजीबद्ध कर ट्रैक की कार्यवाही की गई।

पहले भी पकड़ा जा चुका है पटवारी

जानकारी के अनुसार आरोपी पटवारी विनोद सिंह पटेल पूर्व में भी रिश्वत लेने के आरोप में पकड़ा जा चुका है। लोकायुक्त ने 5 जून 2018 को शिकायतकर्ता भैया बहादुर सिंह की शिकायत पर कार्यवाही करते हुए आरोपी पटवारी को 3000 की रिश्वत लेते हुए पकड़ा था। उस मामले की विवेचना अभी चल रही है। वही दोबारा पुनः पटवारी विनोद सिंह पटेल लोकायुक्त के शिकंजे में है।

कार्यवाही में यह रहे शामिल

जानकारी के अनुसार ट्रैक की इस कार्यवाही में लोकायुक्त निरीक्षक जियाउल हक, डीएसपी प्रवीण सिंह परिहार, प्रधान आरक्षक मुकेश मिश्रा, लवलेश पांडे, विजय पांडे, शाहिद व पंच साक्षी सहित 12 सदस्य टीम मौजूद रही।

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