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रीवा। जिले के नईगढ़ी क्षेत्र में बिजली विभाग में कार्यरत आउटसोर्स कर्मचारी पवन तिवारी विगत 3 जुलाई को बिजली के खंभे में चढ़कर बिजली सुधार कर रहा था तभी वह करंट की चपेट में आ गया। करंट की चपेट में आने से पवन का एक कंधे से लेकर पूरी तरह से जल गया है, उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। पवन के परिवार की आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं है जिससे उपचार कराने में भी असमर्थ है। बिजली कंपनी के द्वारा अब तक कोई मदद नहीं की गई। इसकी जानकारी सामाजिक कार्यकर्ताओं को हुई तमाम लोगों से सोशल मीडिया के माध्यम से मदद की गुहार लगाते हुए जिला कलेक्टर इलैयाराजा टी से मुलाकात कर मदद के लिये आग्रह किया है।
सामाजिक कार्यकर्ताओं ने बिजली विभाग के आउटसोर्सिंग कर्मचारी पवन तिवारी के इलाज हेतु व्यवस्था किए जाने और साथ में आउटसोर्सिंग कर्मचारियों के अधिकारों को लेकर उन्हें नियमित किए जाने, बिना कारण काम से निकाले जाने को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता शिवानंद द्विवेदी एवं उपभोक्ता कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कुंज बिहारी तिवारी सहित अन्य लगभग दर्जन भर लोगों ने जिला कलेक्टर डॉ इलैयाराजा टी को ज्ञापन सौंपा है।
इस बीच कलेक्टर ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल बिजली विभाग के अधीक्षण यंत्री से फोन पर चर्चा कर सहायता उपलब्ध कराने एवं न्याय संगत कार्यवाही के लिए कहा है। इस बीच ज्ञापन सौंपते हुए सामाजिक कार्यकर्ताओं ने कहा है कि यदि मामले का समाधान नहीं होता है तो कलेक्टर कार्यालय के सामने आमरण अनशन किया जाएगा जिसकी समस्त जवाबदेही शासन प्रशासन की होगी।
ठेका कंपनी के शोषण का शिकार हो रहे आउटसोर्स कर्मचारी
प्रदेश में कुछ सालों से बिजली विभाग और अन्य विभाग में ठेका कंपनी के द्वारा लाखों आउटसोर्स कर्मचारियों से काम लिया जा रहा है। जहां इन्हें न तो उचित पारिश्रमिक दिया जाता और न ही कोई सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है जिससे आये दिन घटनाएं हो रही हैं। बताया गया है कि पवन तिवारी बिजली के पावर हाऊस में काम करता था जहां तीन फेस काट कर दो फेस लाइन चालू करने के लिये डीओ बांधने गया था। खुले हाथ-पैर खंभा चढ़कर काम कर रथा जहां बारिश के कारण करंट की चपेट में आ गया।
गैर प्रशिक्षित कर्मचारियों से जबरिया लिया जाता है काम
आपको बता दें कि लाइन जोड़ना, बनाना एक प्रशिक्षित लाइनमैन का काम है लेकिन ठेका कंपनी द्वारा जबरिया काम लिया जाता है और गरीब दो पैसे के लिये जान जोखिम में डालकर काम करते हैं। जहां कोई सुरक्षा न होने से करंट की चपेट में आ जाते हैं।
नागपुर में भर्ती पीड़ित
बताया गया है कि करंट में गंभीर रूप से झुलसे पवन तिवारी को पहले रीवा अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां से नागपुर के लिये रेफर कर दिया गया। पवन नागपुर के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती है। बताया गया है कि उसका एक हाथ काटने की नौबत आ गई है। इस स्थिति ठेका कंपनी ने अपना मुंह मोड़ लिया है। जहां सामाजिक कार्यकर्ताओं ने मदद का बीड़ा उठाया है और सबसे मदद की गुहार लगाई है।