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रीवा की महिमा बेटियों के लिए बनी मिशाल, बेटी होने का निभाया फर्ज, पिता को दिया अपना लीवर
रीवा। आज बेटियां ही अपने माता-पिता के लिए सहारा बन रही है और वे इसके लिए अपना जीवन तक दांव पर लगा रही है। ऐसी बेटियों में रीवा की महिमा तिवारी भी शामिल हो गई है। वह अपने बीमार पिता राजेश तिवारी को जीवन देने के लिए खुद का लीवर डोनेट कर दिया है।
मुंबई में चल रहा ईलाज
रीवा शहर के तरहटी मुहल्ले में रहने वाले राजेश तिवारी का ईलाज मुबंई के अस्पताल में चल रहा है। जांच के बाद डॉक्टरों ने बताया कि उनका लीवर काम करना बंद कर दिया है। ऐसे में लीवर बदलना ही एक मात्र ईलाज है।
पुत्री महिमा ने दिया अपना लीवर
पिता के जीवन को बचाने के लिए उनकी पुत्री महिमा ने अपना एक लीवर पिता को दे दिया है। उसका कहना था कि उसके पिता ठीक हो जाए, इसके लिए वह अपना लीवर देने की इच्छा रखती है। पुत्री की इच्छा के अनुसार डॉक्टरों ने जांच करवाई और दोनों का ब्लड मिलान हो जाने के बाद लीवर टॉसप्लान की प्रक्रिया की गई।
सफल रही सर्जरी
मुंबई में बेटी के द्वारा दिए गए लीवर के टॉसप्लान की सर्जरी सफल रही, अभी पिता-पुत्री मुबंई के अस्पताल में ही भर्ती है। उनकी देखभाल डॉक्टरों की निगरानी में की जा रही है।
बेटियों के लिए मिसाल बनी महिमा
अपने पिता के जीवन को बचाने के लिए लीवर का डोनेट करने वाली बेटी महिमा अब दुनिया भर के बेटियों के लिए मिशाल बन गई है। उसने यह साबित कर दिया है कि बेटिया किसी से भी कम नही और अपने माता-पिता की देखभाल में किसी से पीछे नही है।