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रीवा के ठेकेदारों का महीनों से चल रहा जबलपुर में धरना, बिजली कंपनी पर करोड़ों का भुगतान लंबित
सांकेतिक तस्वीर
Rewa MP News: बिजली कंपनी के मुख्यालय शक्ति भवन रामपुर जबलपुर के मुख्य गेट के सामने लगभग एक माह से रीवा संभाग के बिजली ठेकेदारों द्वारा धरना दिया जा रहा है। ठेकेदारों द्वारा अति महत्वाकांक्षी सौभाग्य योजना के अंतर्गत कार्य किया गया था। कंपनी मुख्यालय के सामने अनशनरत ठेकेदारों में रीवा संभाग के लगभग आधा सैकड़ा ठेकेदार शामिल हैं। जिनका बिजली कंपनी पर 40 करोड़ रुपये के करीब भुगतान लंबित है।
आपको बता दें कि मप्र पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी प्रदेश के अंदर सौभाग्य योजना के ठेकेदारों का लगभग 150 करोड़ रुपये का भुगतान रोके हुये है जिसमें 50 करोड़ का मापन कार्य भी शामिल है। कंपनी की इस तानाशाही परेशान ठेकेदार आमरण अनशन करने को मजबूर हो गये हैं। बताया गया है कि आमरण अनशन के पश्चात कुछेक ठेकेदारों को भुगतान कर दिया गया था परंतु अभी भी रीवा समेत राज्य के 21 जिलों के 88 ठेकेदारों का भुगतान लंबित है।
क्यों उलझा मामला
बताया जाता है कि कंपनी का मानना है कि ठेकेदारों ने सौभाग्य योजना के कार्यों में धांधली की है। यही वजह है कि तीन वर्ष से ज्यादा समय से ठेकेदारों का भुगतान एवं अनेक कार्यों का मापन लंबित है। वर्ष 2018 में सौभाग्य योजनान्तर्गत रीवा सहित प्रदेश के 21 जिलों में घर-घर बिजली पहुंचाने के उद्देश्य से प्रभावित ठेकेदारों ने कार्य किया था। योजना में गड़बड़ी को लेकर कांग्रेस के शासनकाल वर्ष 2018 में विधानसभा प्रश्र हुआ था। मध्य भारत विद्युत ठेकेदार संगठन के अध्यक्ष जनार्दन प्रताप सिंह दुबे के मुताबिक अनशन करते हुये ठेकेदारों को एक माह तीन दिवस हो गये हैं लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है।