रीवा

REWA : कमान उसी को जो सबको साधने में माहिर, टीआई रैंक के थानों में एसआई संभाल रहे जिम्मेदारी, तीन थानों के बदले गये प्रभारी

REWA : कमान उसी को जो सबको साधने में माहिर, टीआई रैंक के थानों में एसआई संभाल रहे जिम्मेदारी, तीन थानों के बदले गये प्रभारी
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रीवा। आजकल कमान को मिलती है जो सबको साधने में माहिर हो। नेताओं को संतुष्ट करे और अधिकारियों को भी खुश रखे तभी उसको अच्छी पोस्टिंग मिल सकती है अन्यथ कभी यहां तो कभी वहां भटकता रहता है। यही हाल पुलिस थानों की पदस्थापना में चल रहा है। जहां टीआई रैंक के थानों में एसआई पदस्थ किये जा रहे हैं। बात ऐसी सामने आ रही है कि टीआई रैंक के अधिकारियों की कार्यप्रणाली पुलिस अधिकारियों के साथ ही नेताओं को भी रास नहीं आ रही है।

रीवा। आजकल कमान उसी को मिलती है जो सबको साधने में माहिर हो। नेताओं को संतुष्ट करे और अधिकारियों को भी खुश रखे तभी उसको अच्छी पोस्टिंग मिल सकती है अन्यथ कभी यहां तो कभी वहां भटकता रहता है। यही हाल पुलिस थानों की पदस्थापना में चल रहा है। जहां टीआई रैंक के थानों में एसआई पदस्थ किये जा रहे हैं। बात ऐसी सामने आ रही है कि टीआई रैंक के अधिकारियों की कार्यप्रणाली पुलिस अधिकारियों के साथ ही नेताओं को भी रास नहीं आ रही है।

पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार सिंह ने एक बार फिर थाना प्रभारियों में बड़ा बदलाव किया है। उनके द्वारा टीआई रैंक के थानों की जिम्मेदारी एसआई रैंक के पुलिस अधिकारियों को सौंपी गई है। जिन थानों में एसआई कमान संभाल रहे हैं उनमें चाकघाट, सोहागी, हनुमना, रायपुर कर्चुलियान, बिछिया, अमहिया, विश्वविद्यालय, चोरहटा, पनवार, जवा, सगरा, सेमरिया सहित अन्य थाना शामिल हैं। बताया गया है कि थाना प्रभारी की लाइन में अभी चार टीआई मौजूद हैं जिनमें तीन टीआई पुलिस लाइन में आमद देंगे।

बताया गया है कि मनमाफिक पोस्टिंग न मिलने से टीआई रैंक के पुलिस अधिकारी रीवा से दूरी बना रहे हैं। टीआई एलके तिवारी ने अपना तबादला जबलपुर करा लिया है। अभी अन्य पुलिस अफसरों का तबादला होने की संभावना है।
बता दें कि निरीक्षक ओपी तिवारी को नईगढ़ी थाने की कमान सौंपी गई है।

इसी तरह उपनिरीक्षक मनोज गौतम को लौर थाना संभालेंगे। इसी तरह सिटी कोतवाली में पदस्थ उपनिरीक्षक दीपक तिवारी को शाहपुर थाना का प्रभार दिया गया है। बताया जाता है कि टीआई रैंक के अधिकारियों की कार्यप्रणाली नेता व पुलिस अफसरों को रास नहीं आ रही है, यही कारण है कि जिले के ज्यादातर थानों की कमान एसआई रैंक के अधिकारियों को सौंपी जा रही है।

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