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रीवा कलेक्टर की डॉक्टर कॉलोनी में दबिश! निजी प्रैक्टिस करते मिलें कई चिकित्सक, कलेक्टर बोले - अब ऐसा हुआ तो सीधे नौकरी से बाहर कर दूंगा
रीवा. रीवा रियासत समाचार टीम द्वारा लगातार अस्पताल ड्यूटी समय में चिकित्सकों के निजी प्रैक्टिस की ख़बरें दिखाई जाती रही. अब जाकर रीवा कलेक्टर ने इस पर एक्शन लिया है. शायद जिले में यह पहली बार हुआ है कि किसी प्रशासनिक अधिकारी ने डॉक्टर कॉलोनी में जाकर निजी प्रैक्टिस करते हुए नामी गिरामी चिकित्सकों को न सिर्फ रंगे हाँथ पकड़ा है, बल्कि उनपर कार्रवाई के लिए फाइनल अल्टीमेटम भी दिया है.
बुधवार की सुबह अचानक रीवा कलेक्टर इलैयाराजा टी डॉक्टर कॉलोनी पहुँच गए. वहां उन्होंने जो देखा उसे देखकर दंग रह गए. उन्होंने देखा कि कई शासकीय चिकित्सक ऐसे समय में अपने बंगले के सामने भीड़ लगवाकर मरीज देख रहें हैं जब उन्हें OPD और अस्पताल में होना चाहिए.
यही नहीं कोरोना के नियमों की धड़ल्ले से अवहेलना भी हो रही है. ऐसे दृश्य को देख कलेक्टर सीधे चिकित्सक के बंगले में चले गए और रंगे हाँथ उन्हें निजी प्रैक्टिस करते हुए न सिर्फ पकड़ा बल्कि उन्हें नौकरी से बेदखल करने तक को कह डाला.
अस्पताल में मरीज देखने के समय निजी प्रैक्टिस में लीन थें डॉ केडी सिंह
सबसे पहले 9.40 बजे कलेक्टर मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ मनोज इंदुलकर के साथ ह्रदय रोग विषेशज्ञ डॉ केडी सिंह के बंगले पहुंचे. ख़ास बात तो यह है कि डीन को खुद इस बात की जानकारी नहीं थी कि कलेक्टर डॉ कॉलोनी में निरीक्षण के लिए आएं है.
डॉ सिंह बंगले पर ही मौजूद थे. अस्पताल जाने के समय में वह बंगले पर मरीज देख रहे थे. कलेक्टर ने डॉ केडी सिंह को फटकार लगाई. उन्होंने कहा कि यदि आप अस्पताल में सेवाएं दे सकते हैं तो ठीक है वर्ना आप की कोई जरूरत नहीं है. कलेक्टर ने कहा कि यदि इसके बाद भी ड्यूटी समय में बंगले पर निजी प्रैक्टिस करते हुए देखा गया तो सख्त कार्रवाई की जाएगी.
डॉ गुप्ता के बंगले पर लगी थी भीड़
हद तो यह है कि संजय गांधी अस्पताल में हालात फिर से बिगड़ गए हैं. कोरोना मरीजों की संया बढ़ रही है. इसके बाद भी मेडिसिन के डॉक्टर हरिओम गुप्ता अस्पताल पहुंचने में देरी कर गए. दो घंटे बाद भी वह ड्यूटी में नहीं पहुंचे. 10 बजे वह बंगले पर ही थे. बंगले के बाहर भीड़ लगी थी.
डॉ हरिओम गुप्ता के बंगले पर कलेक्टर पहुंचे तो वहां हड़कंप मच गया. कलेक्टर ने डॉ गुप्ता को उनकी ड्यूटी याद दिलाई. साथ ही कहा कि यदि दोबारा ड्यूटी समय में निजी प्रैक्टिस करते मिले तो नौकरी से बाहर कर दूंगा.
अस्पताल से छुट्टी लेकर घर में मरीज देख रहें थे डॉ उस्मानी
कलेक्टर के निरीक्षण के दौरान एमडी मेडिसिन डॉ एमएच उस्मानी के बंगले पहुंचे. डॉ उस्मानी भी उस दौरान मरीज देखने में व्यस्त थें. डॉ इंदुलकर ने उस्मानी के छुट्टी में होने की बात कही तो कलेक्टर भड़क उठें, उन्होंने कहा कि कोरोना काल में इतने लम्बे समय का अवकाश कैसे दे सकते हैं. उन्होंने डीन से उस्मानी के अवकाश में होने का कारण पूंछा.
लगातार मिल रही थी शिकायत : कलेक्टर इलैयाराजा टी
कलेक्टर ने बताया कि लगातार ऐसी शिकायतें मिल रही थी कि शासकीय अस्पताल में पदस्थ चिकित्सक अस्पताल के समय में निजी प्रैक्टिस में मशगूल रहते हैं. अस्पतालों की OPD में दबाव बढ़ता जा रहा है. इसके लिए डीन को भी निर्देशित किया जाता रहा कि डॉक्टरों को समय पर OPD और अस्पताल में पहुंचने के लिए कहें. लेकिन इसमें कोई सुधार नहीं दिखा.
इसी वजह से आज निरीक्षण के लिए निकला था. दो चिकित्सक बंगले में निजी प्रैक्टिस करते हुए मिलें. सभी को अल्टीमेटम दे दिया गया है. इसके बाद भी अगर सुधार नहीं आता तो सीधे कार्रवाई की जाएगी.