- Home
- /
- मध्यप्रदेश
- /
- रीवा
- /
- एक्शन में रीवा...
एक्शन में रीवा कलेक्टर; बैंकों में लंबित स्वरोजगार के प्रकरणों पर बिफरे, मैनेजरों को राशि वितरण की डेडलाइन दी
रीवा। कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने 12 जनवरी को आयोजित होने वाले मेगा स्वरोजगार मेले की तैयारियों की समीक्षा की। बैठक में कलेक्टर ने कहा कि राष्ट्रीय युवा दिवस पर जिले में वृहद स्वरोजगार मेला आयोजित किया जाएगा। स्वरोजगार मेले में शासन की विभिन्न विकास योजनाओं से स्वरोजगारियों को ऋण एवं अनुदान राशि का वितरण किया जाएगा। निजी संस्थाओं तथा कंपनियों के माध्यम से भी युवाओं को रोजगार का अवसर दिया जाएगा। सभी बैंकर्स बैंकों में दर्ज स्वरोजगार योजना के सभी प्रकरण 31 दिसम्बर तक स्वीकृत एवं वितरित करें। तय समय सीमा में शत-प्रतिशत प्रकरणों का निराकरण न होने पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी। मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना (Mukhyamantri Swarojgar Yojana) से जुड़े प्रकरणों की सैकड़ों शिकायतें सीएम हेल्पलाइन में दर्ज हैं। समाधान ऑनलाइन में भी 300 से अधिक दिनों से लंबित प्रकरणों में बैंकों के पास 268 प्रकरण लंबित हैं। इन सब प्रकरणों का आगामी चार दिवसों में निराकरण करें। सीएम हेल्पलाइन प्रकरणों के निराकरण की प्रतिदिन रिपोर्ट प्रस्तुत करें। केवल पंजाब नेशनल बैंक में ही तीन सौ से अधिक दिवस के 85 प्रकरण लंबित हैं। यह बैंक की कार्यप्रणाली को दर्शाता है।
व्यक्तिगत रूचि लेकर स्वरोजगार के प्रकरणों का निराकरण करें बैंक: कलेक्टर
बैठक में कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी. (Rewa Collector Dr. Ilayaraja T) ने कहा कि सभी बैंक शाखा प्रबंधक स्वरोजगार के प्रकरणों का व्यक्तिगत रूचि लेकर निराकरण करें। स्वनिधि योजना के प्रकरणों के निराकरण में कई बैंकों द्वारा लगातार लापरवाही बरती जा रही है। आईसीआईसीआई बैंक जिला स्तरीय समीक्षा बैठक से लगातार अनुपस्थित है। इस बैंक में बड़ी संख्या में ऋण प्रकरण लंबित हैं। जो बैंक आमजनता के हित में कार्य नहीं कर रहा उसकी प्रशासन को आवश्यकता नहीं है। कलेक्टर ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब नेशनल बैंक, मध्यांचल बैंक तथा एचडीएफसी बैंक को लंबित प्रकरणों का तत्काल निराकरण करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने लक्ष्य के अनुसार निराकरण करने पर यूनियन बैंक को प्रशंसा पत्र देने के निर्देश दिए।
लंबित ऋण प्रकरणों को स्वीकृत कराकर रोजगार मेले में वितरित कराएं
बैठक में कलेक्टर ने कहा कि रोजगार मेले के आयोजन के लिए जिला महाप्रबंधक उद्योग को नोडल अधिकारी बनाया गया है। लीड बैंक मैनेजर सभी बैंक शाखा प्रबंधकों की बैठक आयोजित कर केन्द्र सरकार तथा राज्य सरकार की बैंक मूलक योजनाओं के लंबित ऋण प्रकरणों को स्वीकृत कराकर रोजगार मेले में वितरित कराएं। ऋण प्रकरण में यदि किसी तरह की कमी है तो हितग्राही एवं संबंधित विभाग के अधिकारी से संपर्क करके उस कमी को पूरा कराएं। बैंकों में दर्ज शत-प्रतिशत ऋण प्रकरणों का निराकरण कराएं।
कलेक्टर ने कहा कि रोजगार तथा स्वरोजगार मेले में हितग्राहियों के पंजीयन एवं उन्हें स्वरोजगार योजनाओं की जानकारी देने के लिए उचित व्यवस्था कराएं। स्वरोजगार मेले में सफल उद्यमियों एवं सफल स्वरोजगारियों के अनुभवों का लाभ भी स्वरोजगारियों को देने की व्यवस्था करें। स्वरोजगार मेले में बैंकों सहित स्वरोजगार से जुड़े सभी विभाग अपना स्टाल लगाएं।
मेले में उद्योग विभाग, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, नगरीय निकायों, आदिमजाति कल्याण विभाग, पिछड़ावर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण विभाग, कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग, उद्यानिकी विभाग, पशुपालन विभाग, मछली पालन विभाग तथा कृषि विभाग भागीदारी निभाएंगे। मेले में सभी बैंक सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम विभाग, तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग तथा महिला एवं बाल विकास विभाग की भी भागीदारी भी रहेगी।
बैठक में कलेक्टर ने मुद्रा योजना (Mudra Yojana), स्टैण्डप इंडिया योजना (Standup India Scheme), शहरी तथा ग्रामीण आजीविका मिशन (Urban and Rural Livelihoods Mission), स्वनिधि योजना (Svanidhi Yojana), राष्ट्रीय पशुधन मिशन योजना (National Livestock Mission Scheme) तथा उद्यम क्रांति योजना (enterprise revolution plan) के प्रकरणों के निराकरण की समीक्षा की। बैठक में कलेक्टर ने नाबार्ड द्वारा तैयार ऋण संभाव्यता कार्य योजना का विमोचन किया।
कलेक्टर ने कहा कि बैंकों द्वारा ऋण वितरण करने से जिले के ऋण-जमा अनुपात में सुधार होगा। बैठक में जिला महाप्रबंधक उद्योग यूबी तिवारी ने स्वरोजगार मेले की कार्ययोजना की जानकारी दी। बैठक में आयुक्त नगर निगम मृणाल मीणा, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी स्वप्निल वानखेड़े, एलडीएम आरके मिश्रा, तथा बैंकर्स एवं संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।