- Home
- /
- मध्यप्रदेश
- /
- रीवा
- /
- रीवा कलेक्टर ने दिए...
रीवा कलेक्टर ने दिए निर्देश, खराब धान लेने वाले समितियों पर होगी कार्यवाही
रीवा जिले (Rewa District) में निर्धारित 122 खरीदी केन्द्रों में समर्थन मूल्य (Minimum Support Price) पर पंजीकृत किसानों से धान का उपार्जन 28 नवम्बर से शुरू हो गया है। कलेक्टर मनोज पुष्प (Collector Manoj Pushp) ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से धान उपार्जन के समीक्षा की। कलेक्टर ने कहा कि उपार्जन से जुड़े खाद्य तथा कृषि विभाग के अधिकारी प्रतिदिन उपार्जन केन्द्रों का निरीक्षण करें।
इसी के साथ उन्होंने कहा की सभी एसडीएम खण्ड स्तरीय समिति की आज ही बैठक आयोजित करके धान खरीदी की समीक्षा करें साथ ही सभी एसडीएम और तहसीलदार प्रतिदिन खरीदी केन्द्रों का निरीक्षण करें। केवल पंजीकृत किसानों से ही अच्छी गुणवत्ता की धान उपार्जित की जायेगी।
कलेक्टर मनोज पुष्प ने कहा की खराब धान लेने वाली समितियों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही करें। जिला प्रबंधक नागरिक आपूर्ति निगम उत्तरप्रदेश की सीमा से लगे हुए खरीदी केन्द्रों में तत्काल सर्वेयर तैयार करें। खराब गुणवत्ता की धान लेने पर जिम्मेदारी निर्धारित की जायेगी। खरीदी केन्द्र में किसी भी स्थिति में व्यापारी की धान नहीं ली जायेगी। धान का अवैध उपार्जन का प्रयास करने वाले तथा इसमें सहयोग करने वालों को जेल भेजा जायेगा।
कलेक्टर ने कहा कि परिवहन के लिए ऑनलाइन पर्चियां जारी होने लगी हैं। जिला प्रबंधक नागरिक आपूर्ति निगम 6 दिसंबर तक कुल उपार्जित धान का 90 प्रतिशत परिवहन कराकर सुरक्षित भण्डारण करायें। धान परिवहन में देरी करने वाले परिवहनकर्ताओं पर जुर्माना लगायें।
जिले के सभी 122 खरीदी केन्द्रों को जिले के नक्शे में दर्शाकर आज ही प्रस्तुत करें। सांसद तथा विधायकगणों को धान उपार्जन से संबंधित सभी आवश्यक जानकारियां एवं खरीदी केन्द्रों की सूची तत्काल उपलब्ध करायें। गोदाम स्तरीय खरीदी केन्द्र से परिवहन का व्यय बचने के साथ किसान को तत्काल भुगतान हो जाता है। गोदाम स्तर पर धान खरीदी करने से जिले में वेयर हाउसिंग उद्योग को भी बढ़ावा मिलेगा। इन तथ्यों को सभी जनप्रतिनिधियों को भली-भांति अवगत करायें तथा व्यापक प्रचार-प्रसार करें।