रीवा

मऊगंज हत्याकांड के विरोध में रीवा बंद: ब्राह्मण-राजपूत संगठनों ने प्रदर्शन कर कठोर कार्रवाई की मांग की, बंद रहें व्यापारिक प्रतिष्ठान

मऊगंज हत्याकांड के विरोध में रीवा बंद: ब्राह्मण-राजपूत संगठनों ने प्रदर्शन कर कठोर कार्रवाई की मांग की, बंद रहें व्यापारिक प्रतिष्ठान
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मऊगंज में युवक और पुलिसकर्मी की हत्या के बाद रीवा में ब्राह्मण और राजपूत संगठनों ने सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन शुरू किया। शिल्पी प्लाजा में प्रदर्शनकारियों ने आवागमन रोक दिया और दुकानें बंद कराई। व्यापारियों ने भी बंद का समर्थन किया और अपने प्रतिष्ठान बंद रखें।

मऊगंज में एक युवक और पुलिसकर्मी की नृशंस हत्या के बाद मध्य प्रदेश के रीवा शहर में तनाव का माहौल है। मंगलवार सुबह से ही ब्राह्मण और राजपूत संगठनों सहित कई सामाजिक संगठनों ने रीवा बंद का आह्वान किया और सड़कों पर उतर आए। मुख्य रूप से शिल्पी प्लाजा क्षेत्र, घोडा चौराहा, प्रकाश चौराहा, अस्पताल चौराहा, धोबिया टंकी, PTS, सिरमौर चौराहा, न्यू बस स्टैंड, ढेकहा तिराहा में ब्राह्मण-क्षत्रिय संगठन के कार्यकर्ताओं ने सड़क पर बैठकर यातायात को पूरी तरह ठप कर दिया और जोरदार नारेबाजी की। प्रदर्शनकारी बाजारों में घूम-घूमकर दुकानें बंद कराने की अपील की। हालांकि, अधिकाँश इलाकों में दुकानें बंद हो गई, जबकि कुछ क्षेत्रों में दुकानदारों ने अपने प्रतिष्ठान खुले रखे। मऊगंज में हुए दोहरे हत्याकांड के बाद पूरे विंध्य में आक्रोश की लहर पैदा कर दी है।

प्रदर्शनकारियों की मांग: सख्त कार्रवाई और सहायता

प्रदर्शनकारियों का गुस्सा मऊगंज हत्याकांड के आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई न होने को लेकर है। वे मांग कर रहे हैं कि दोषियों को कठोर सजा दी जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। इसके साथ ही, मृतक युवक के परिवार को आर्थिक सहायता और सरकारी नौकरी देने की मांग भी जोर पकड़ रही है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि पीड़ित परिवार को न्याय के साथ-साथ जीवन यापन के लिए सहारा भी मिलना चाहिए। इस मांग को लेकर संगठनों ने प्रशासन पर दबाव बढ़ा दिया है और प्रदर्शन को तेज करने की चेतावनी दी है।

पुलिस की सतर्कता: भारी बल तैनात

प्रदर्शन की तीव्रता और शहर में बढ़ते तनाव को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं। शिल्पी प्लाजा और अन्य संवेदनशील इलाकों में भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है। दो थाना प्रभारियों के नेतृत्व में हेलमेट, जैकेट और लाठी-डंडों से लैस पुलिसकर्मी स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। पुलिस का कहना है कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए वे पूरी तरह तैयार हैं और किसी भी तरह की अराजकता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील भी की है।

संगठनों का बयान: "हम न्याय के लिए लड़ रहे हैं"

अखिल भारतीय ब्राह्मण संगठन के प्रदेश अध्यक्ष पुष्पेंद्र मिश्रा ने कहा कि सरकार का रवैया पक्षपातपूर्ण है। उन्होंने आरोप लगाया कि यदि कोई आदिवासी की हत्या होती है तो मुख्यमंत्री तुरंत संवेदना व्यक्त करते हैं, लेकिन ब्राह्मण युवक और ब्राह्मण पुलिसकर्मी की बेरहमी से हुई हत्या पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा। उन्होंने कहा, "हम सिर्फ न्याय चाहते हैं और इसके लिए प्रदर्शन जारी रहेगा।"

वहीं, रॉयल राजपूत संगठन के संभाग अध्यक्ष अर्जुन सिंह गहरवार ने कहा कि मऊगंज की घटना ने आम जनता में भारी आक्रोश पैदा किया है। उन्होंने दावा किया कि रीवा पूरी तरह बंद रहेगा और यह प्रदर्शन तब तक जारी रहेगा जब तक पीड़ितों को इंसाफ नहीं मिल जाता।

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