- Home
- /
- मध्यप्रदेश
- /
- रीवा
- /
- Rewa : बुरी तरह फंसा...
Rewa : बुरी तरह फंसा अग्रवाल नर्सिंग होम, महिला की मौत मामले में दिल्ली और भोपाल से पहुंचा कलेक्टर के पास जांच का फरमान
रीवा (Rewa News) : अग्रवाल नर्सिंग होम एक बार फिर से विवादों में है। इस बार इन पर महिला के इलाज में लापरवाही का आरोप लगा लगा है। दिल्ली और भोपाल तक पति ने शिकायत की है। ऊपर से आदेश पर कलेक्टर ने जांच दल गठित कर दी है। संयुक्त टीम ने बुधवार को अग्रवाल नर्सिंग होम पहुंच कर इलाज से जुड़े हुए सारे दस्तावेज जत कर लिए हैं। वहीं डॉक्टरों के बयान भी लिए गए हैं।
मिली जानकारी के अनुसार माड़ौ निवासी प्रशांत कुमार सिंह पिता सुधांशु सिंह ने शिकायत की है कि उनकी पत्नी विद्या सिंह का अग्रवाल नर्सिंग होम में लापरवाही पूर्वक इलाज करते हुए जान ले ली गई। उन्होंने शिकायत में कहा कि उनकी पत्नी गर्भवती थी।
पहली बार जुलाई 2020 में अग्रवाल नर्सिंग होम की डॉक्टर निशा अग्रवाल को दिखाया था। अक्टुबर 2020 में डिलीवरी होनी थी। डॉक्टर के कहे अनुसार अक्टूबर में ही शाम को पत्नी विद्या सिंह को अस्पताल लाकर भर्ती किया गया।
रात 12:00 बजे लेबर पेन हुआ तो डॉक्टर ने ओटी में ले लिया। रात 1:42 पर डिलीवरी हुई। इसके बाद अचानक रात 3:00 बजे परिजनों को बताया गया कि विद्या सिंह की हालत खराब है। उन्हें संजय गांधी अस्पताल लेकर जाएं। इस दौरान डॉक्टर इशान गोयल भी मौजूद रहे।
पत्नी के साथ अस्पताल में क्या हुआ इसकी जानकारी परिजन को पहले नहीं दी गई। मामले को छिपा कर रखा गया।आननफानन में रात 3:00 बजे बाइक से ही पत्नी को संजय गांधी अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां पत्नी को मृत घोषित कर दिया गया।
अग्रवाल नर्सिंग होम की लापरवाही की शिकायत पति प्रशांत कुमार सिंह ने पीएमओ दिल्ली, सीएमओ भोपाल से लेकर कई जगह के स्वास्थ्य मंत्री से भी इसकी शिकायत की। शिकायत के बाद दिल्ली और भोपाल से कलेक्टर के पास मामले की जांच के आदेश पहुंचे। उच्च स्तर से जांच का फरमान पहुंचते ही कलेक्टर डॉ इलैयाराजा टी ने 7 सदस्य संयुक्त जांच दल का गठन कर दिया।
इसी मामले की जांच करने बुधवार को जांच दल अग्रवाल नर्सिंग होम खुटेही पहुंचा। यहां पहुंचने के बाद टीम ने विद्या सिंह के इलाज से जुड़े सारे दस्तावेज जप्त कर लिए। दस्तावेज टीम में शामिल मेडिकल विशेषज्ञों को सौंप दिया गया है फिलहाल जांच अभी लंबी चलेगी।
जांच टीम में एडीएम इला तिवारी सीएमएचओ डॉ गुप्ता सीएसपी नायब तहसीलदार यतीश शुला डीएचओ डॉ एन एन मिश्रा, गाइनेकोलॉजिस्ट डॉक्टर प्रतिभा मिश्रा जिला अस्पताल, डॉ अनुराधा मिश्रा जीएमएच शामिल हैं। यही सात सदस्यीय संयुक्त दल मामले की जांच कर रिपोर्ट कलेक्टर को सौंपेगा।
2 लोगों के लिए बयान
शिकायतकर्ता प्रशांत कुमार सिंह ने पत्नी की मौत मामले में डॉक्टर निशा अग्रवाल और डॉक्टर ईशान गोयल पर मुय आरोप लगाया है यही वजह है कि जांच दल ने इन दोनों डॉक्टरों के सबसे पहले बयान दर्ज किए हैं। बुधवार को दोनों डॉक्टरों से उनके बयान लिए गए हैं। इसके अलावा विद्या सिंह के इलाज से जुड़े हुए सारे रिकॉर्ड भी जप्त कर लिए गए हैं।
अवैध परीक्षण में भी फंस चुके हैं
अग्रवाल नर्सिंग होम के संचालक अरुण अग्रवाल व डॉक्टर निशा अग्रवाल पर पहले भी गंभीर आरोप लगे थे । पुलिस की एक स्टिंग में डॉ अरुण अग्रवाल परीक्षण करते हुए पकड़े गए थे।
तत्कालीन कलेक्टर ओपी श्रीवास्तव ने मशीन जप्त करने के साथ ही डॉक्टर अरुण अग्रवाल पर रासुका के तहत कार्रवाई भी की थी हालांकि कांग्रेस शासन काल में राजनीतिक दखल रखते हुए रासुका की कार्रवाई कैंसिल करवा ली गई थी।
अग्रवाल नर्सिंग होम संचालक डॉ निशा अग्रवाल पर भी अवैध अबॉर्शन के आरोप लगे थे। इसकी भी जांच हुई थी। अग्रवाल नर्सिंग होम बंद करने के लिए तैयारी थी। हालांकि बाद में सब मामला रफादफा हो गया था।