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चुनाव नतीजों के बाद रीवा के पेट्रोल पंप संचालकों की चालाकी: नहीं दे रहे पेट्रोल-डीजल, कल से रेट बढ़ने हैं
REWA: देश में पांचों राज्यों के चुनाव परिणामों के जारी होने के बाद मध्यप्रदेश के रीवा जिले के पेट्रोल पंप संचालकों ने चालाकी दिखाना शुरू कर दिया है, लालची पेट्रोल पंप संचालकों ने लोगों को अब पेट्रोल देना बंद कर दिया, जाहिर है चुनाव के कारण ही पूरे देश में पेट्रोल-डीज़ल के रेट नहीं बढ़ रहे थे, नवंबर के महीने से ईंधन के दाम स्थिर हैं. जबकि पेट्रोल-डीज़ल के दाम क्रूड ऑयल के बढ़ते- घटते रेट पर निर्भर होते हैं. यूक्रेन-रूस युद्ध के बाद क्रूड ऑयल की कीमत 126 डॉलर प्रति बैरल पहुंच गई है ऐसे में चुनाव के कारण ही पेट्रोलियम के रेट अबतक नहीं बढे थे.
तो पेट्रोल बेचना क्यों बंद कर दिया
सीधी सी बात है, रीवा जिले के लालची पेट्रोलिम कारोबारियों को ज़्यादा मुनाफा कामना है, उनके पास जो पुराना स्टॉक पड़ा है वो पुराने रेट के हिसाब से उन्हें मिला है, अब अगर शुक्रवार के बाद से पेट्रोल-डीजल के रेट बढ़ जाते हैं तो उनका कमीशन बढ़ जाएगा। इसी लिए पेट्रोल पंप संचालक ऐसी करतूत कर रहे हैं
आम आदमी पार्टी के नेता ने किया विरोध
देर शाम से ही रीवा जिले के ज़्यादातर पेट्रोल पंप संचालकों ने लोगों को ईंधन देना बंद कर दिया था, जिसके बाद आम आदमी पार्टी के जिला अध्यक्ष प्रमोद शर्मा ने इसका विरोध किया और फेसबुक में पेट्रोल पंप संचालकों की करतूत को उजागर किया, जिसके बाद मौके वाले पेट्रोल पंप संचालक ने लोगों को पेट्रोल देना शुरू कर दिया, लेकिन अन्य पेट्रोल स्टेशंस में यही हाल है, जो जरूरतमंद लोग है उन्हें अब दिक्कत होने लगी है, पेट्रोल पंप संचालकों ने मौके का गलत फायदा उठाया है।
रीवा कलेक्टर को करनी चाहिए कार्रवाई
पेट्रोल का स्टॉक होने के बाद भी लोगों को ईंधन देने से मना कर देने वाले पेट्रोल पंप के संचालकों के खिलाफ रीवा कलेक्टर को कायदे से कार्रवाई करनी चाहिए। लेकिन अबतक इस मामले में कोई भी प्रशासनिक अधिकारी ने हस्तछेप नहीं किया है। ज़्यादा कमीशन के लालच में पेट्रोल कारोबारियों ने यह साबित कर दिया है कि उन्हें सिर्फ पैसे से मतलब है।