रीवा

रीवा में मेडिकल स्टूडेंट से रैगिंग, शिकायत के बाद प्रबंधन ने गठित की कमेटी

Shyam Shah Medical College News
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MP Rewa Medical College Ragging News : रैगिंग का मामला सामने आने के बाद कॉलेज प्रबंधन ने जांच कमेटी गठित कर दी है।

MP Rewa Medical College Ragging News : श्यामशाह मेडिकल कॉलेज रीवा ( Shyamshah Medical College Rewa) में रैगिंग (Ragging In Rewa Medical College) का मामला सामने आया है। सीनियर छात्र द्वारा लंबे समय तक जूनियर से रैगिंग के नाम पर प्रताणित किया गया। मामला सामने आने के बाद कॉलेज प्रबंधन ने जांच कमेटी गठित कर दी है। बताया गया है कि सीनियर छात्र अपने जूनियर की न सिर्फ पिटाई करते थे बल्कि उसे मानसिक रूप से परेशान करते थे। परेशान होकर छात्र द्वारा इसकी शिकायत दिल्ली में की गई। एंटी रैगिंग हेल्पलाइन (Anti Ragging Helpline) में शिकायत होने के बाद कॉलेज प्रबंधन सकते में आ गया। फिलहाल गठित टीम द्वारा क्या रिपोर्ट सौंपी जाती है इसका पता तो आने वाले समय में ही चल पाएगा।

सूचना के अनुसार मेडिकल कॉलेज रीवा (Medical College Rewa) में एमबीबीएस 2021 में एडमिशन लेने वाले छात्र के साथ काफी समय से सीनियर छात्र रैगिंग कर रहे थे। संबंधित छात्र पीटीएस स्थित ब्वॉयज हॉस्टल में रहता है। सूत्रों की माने तो संबंधित छात्र ने रैगिंग की शिकायत कॉलेज प्रबंधन से भी की थी। लेकिन प्रबंधन ने किसी प्रकार का एक्शन नहीं लिया। जिसके बाद छात्र द्वारा दिल्ली एंटी रैगिंग हेल्पलाइन में शिकायत कर दी। दिल्ली से आए मेल के बाद प्रबंधन द्वारा जांच का निर्देश देते हुए कमेटी गठित कर दी है। टीम द्वारा सौपी रिपोर्ट के आधार पर ही आंगे की कार्रवाई की जाएगी।

इन विद्यार्थियों पर रैगिंग का आरोप

पीटीएस यूजी छात्रावास (PTS UG Boys Hostel) में जूनियर से रैगिंग लिए जाने के मामले में चार सीनियर छात्रों का नाम सामने आ रहा है। जिन छात्रों पर आरोप लगाया गया है उसमें एमबीबीएस अंतिम वर्ष का छात्र आदर्श, अभिषेक, पराग और देव सिंह शामिल है। आरोप है कि सीनियर छात्रों द्वारा जूनियर के साथ मारपीट किए जानें के साथ ही अन्य काम भी करवाए जा रहे थे।

प्रबंधन की लापरवाही आई सामने

मेडिकल कॉलेज में रैगिंग (Ragging In Medical College) का मामला सामने आने के बाद प्रबंधन ने भले ही जांच कमेटी बना दी हो, लेकिन इस मामले में पूरी लापरवाही प्रबंधन की सामने आ रही है। पूर्व में अगर प्रबंधन द्वारा मामले में हस्तक्षेप किया जाता तो परेशान छात्र को दिल्ली में शिकायत नहीं करनी पड़ती। इसके अलावा प्रबंधन के अधिकारियों द्वारा कभी भी हॉस्टल का निरीक्षण कर यहां की व्यवस्था जानने का प्रयास ही नहीं किया जाता।

वर्जन

एंटी रैगिंग से मेल आया है। मेल रिसीव कर लिया गया है। जांच टीम गठित कर दी गई है। जांच करके डीन को रिपोर्ट सौंपी जाएगी। दोषी पाए जाने पर विद्यार्थियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

डॉ . आदर्श पाटीदार, वार्डन मेडिकल कॉलेज यूजी ब्वॉयज हॉस्टल

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