रीवा

REWA: एक ऐसे प्रोफेसर जिन्होंने 9 की आयु में स्नातक तो 11 वर्ष में स्नातकोत्तर की पढ़ाई कर ली

Saroj Tiwari
20 Dec 2021 3:53 PM IST
Updated: 2021-12-20 11:10:58
REWA: एक ऐसे प्रोफेसर जिन्होंने 9 की आयु में स्नातक तो 11 वर्ष में स्नातकोत्तर की पढ़ाई कर ली
x
मध्य प्रदेश के रीवा में प्रोफेसर के दस्तावेज में गड़बड़ी।

रीवा (Rewa) यह एक आश्चर्य से कम नहीं है कि रीवा में शासकीय महाविद्यालय में पदस्थ प्रोफेसर अद्वितीय बुद्धिमत्ता के धनी हैं। वैसे तो अजूबा ही लगता है परंतु बताना जरूरी है कि प्रोफेसर रसिक बिहारी के शैक्षणिक अभिलेख अनुसार उन्होंने 6 वर्ष की आयु में 10वीं और 4 वर्ष की आयु में 12वीं, 9 वर्ष की आयु में स्नातक तथा 11 वर्ष की आयु में स्नातकोत्तर की परीक्षा उत्तीर्ण कर ली है।

यह जानकारी हाईस्कूल की अंकसूची में दर्ज जन्मतिथि 2 अप्रैल 1981 के अनुसार है। सूत्र बताते हैं कि वर्ष 1981 में जन्में प्रोफेसर 1987 में हाईस्कूल, 1985 में हायर सेकेण्डरी, 1990 में बीएससी और 1992 में एमएससी की परीक्षा उत्तीर्ण की है। हालांकि हायर सेकेण्डरी की अंकसूची में इनकी जन्मतिथि 2 अप्रैल 1969 दर्ज है। गड़बड़ी कहां और कैसे है यह तो हम नहीं जानते लेकिन प्रोफेसर का टेलेण्ट अजूबा है।

जानकारी अनुसार प्रोफेसर ने शासकीय सेवा में 2005 में आये। इनकी प्रथम नियुक्ति सहायक प्राध्यापक के रूप में अमरपाटन कॉलेज में हुई थी। इसके बाद वर्तमान में रीवा के शासकीय आदर्श विज्ञान महाविद्यालय में पदस्थ हैं। अब सवाल यह उठता है कि प्रोफेसर जैसे पद के लिये चयन दौरान अभिलेखों की छानबीन काफी गहनता से होती है फिर यह गड़बड़ी कैसे हो गई। इसमें दोषी कौन है?

इन सारे मामलों के सामने आने के बाद भोपाल स्तर पर जांच शुरू हो गई है लेकिन अभी तक कोई निष्कर्ष नहीं निकल सका है। गौर करने योग्य बात यह है कि यदि प्रोफेसर जैसे पदों के चयन में ऐसी गड़बड़ियां सामने आ सकती हैं तो अन्य छोटे पदों का तो कोई सवाल ही नहीं उठता। यदि ईमानदार जांच पड़ताल की जाय तो सैकड़ों में फर्जी दस्तावेज के सहारे नौकरी करने वाले मिल जाएंगे। लेकिन ईमानदारी बरतने वाला ही नहीं मिलेगा।

Next Story