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रीवा में खुशनुमा हुआ मौसम, जारी है झम-झम बारिश

Sandeep Tiwari | रीवा रियासत
9 Aug 2021 1:20 PM IST
Updated: 2021-08-09 07:54:47
रीवा में खुशनुमा हुआ मौसम, जारी है झम-झम बारिश
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image credit skymetweather

बारिश की अनश्चितता के बीच रीवा में रविवार की शाम से बारिश का दौर जारी है. बारिश ने मौसम को खुशनुमा बना दिया है. सोमवार को भी बारिश हो रही है.

रीवा। बारिश की अनिश्चितता के बीच रीवा जिले में रविवार की शाम से झमाझम जारी है। रुक रुक के हो रही बारिश ने एक बार फिर मौसम को खुशनुमा बना दिया है। बारिश के चलते लोगों को उमस से राहत मिली है।

बता दें एक हफ्ते पूर्व समूचे जिले में बारिश हुई थी। इसके बाद मानसून आगे निकल गया था और बारिश की अनिश्चितता की नौबत आ गई थी। आसमान में बादल तो दिख रहे थे लेकिन बारिश का कहीं अता पता नहीं था। लेकिन सावन के तीसरे सोमवार को सुबह रूठे बदरा बरस पडे। जिले के ज्यादातर इलाकें में बारिश होने से किसानों के काफी राहत मिली। वहीं किसानी का काम में तेजी देखने को मिली।

हनुमना में शनिवार से शुरू हुआ बारिश का दौर

जानकारी के अनुसार जिला मुख्यालय में जहां सोमवार को सुबह 9 बजे के करीब बारिश हुई। वहीं जिले के हनुमना तहसील में शनिवार को रात के समय से बदरा मेहरबान हो गये। जानकारी के अनुसार शनिवार को हनुमना तहसील में 60 मिमी. तो रविवार को 38.3 मिमी बारिश दर्ज की गई थी।

सेमरिया तहसील में सबसे कम हुई बारिश

जानकारी के अनुसार रविवार को जिले में कारीब 5.6 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई। वहीं अगर जिले के अलग-अलग तहसीलों की बात करे तो सबसे कम वर्षा सेमरिया तथा सिरमौर तहसील में दर्ज की गई। यहां मात्र हल्की फुहर पड़ी। वहीं सबसे ज्यादा हनुमना तहसील में करीब 38.3 मिमी बरिश हुई।

जिले के हुजूर में 2.4 मिमी, गुढ़ में 3.0 मिमी, रायपुर कर्चुलियान में 2.0 मिमी, मनगवां 2.0 मिमी, त्योंथर में 5.0 मिमी, नईगढ़ी में 2.0 मिमी, मउगंज में 4.2 मिमी, जवा 2.4 मिमी वर्षा हुई है। वही सोमवार को दोपहर बाद भी बारिश का दौर जारी है।

किसानों के खिले चेहरे

बीच में बारिश का क्रम बंद हो जाने से किसाने के माथे पर चिंता दिखने लगी थी। बारिश थमने के बाद मौसम वैज्ञानिकों का कहना था कि मानसून आगे निकल गया है। जिससे किसान से लेकर आम जनता तक परेशान थी। बारिश न होने से धान की फसल प्रभावित हो रही थी। किसान अभी भी रोपा लगाने में लगे थे। लेकिन बारिश का दौर थम जाने से लेगों को मोटर पम्प का सहारा लेना पड़ रहा था।

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Sandeep Tiwari | रीवा रियासत

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