रीवा

नए वर्ष के पहले दिन रीवा के वॉटर फॉल्स और व्हाइट टाइगर सफारी पर्यटकों से होंगे लवरेज, आस्था का उमड़ेगा सैलाब, प्रशासन अलर्ट

Rewa MP News
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Rewa MP News: नए वर्ष की शुरूआत को हर कोई सेलीब्रेट कर रहा है। तो वही रीवा जिले में ऐसे पर्यटकों के लिए तमाम वे स्थान मौजूद है जिनकी पहचान दूर-दूर तक पर्यटकों की जुबान पर रहती है।

Rewa MP News: नए वर्ष की शुरूआत को हर कोई सेलीब्रेट कर रहा है। तो वही रीवा जिले में ऐसे पर्यटकों के लिए तमाम वे स्थान मौजूद है जिनकी पहचान दूर-दूर तक पर्यटकों की जुबान पर रहती है। उनमें से रीवा के 5 ऐसे वॉटरफॉल है जो कि अपने आप में अद्भुद है और 1 जनवरी 2023 को ऐसे स्थान पर्यटकों से लवरेज रहेंगे, तो वही मुकंदपुर का चिड़िया घर पर्यटकों की पसंद में शामिल है। खास बात यह है कि इस वर्ष न्यू ईयर में रविवार अवकाश है। ऐसे में पर्यटकों की संख्या और ज्यादा बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है।

रीवा-सतना की सीमा पर है सफारी

रीवा-सतना की सीमा पर मुकंदपुर में दुनिया की पहली व्हाइट टाइगर सफारी है। जहां पर्यटक सफेद बाघ के साथ ही अन्य वन्य प्राणियों का दीदार कर सकते है। नए वर्ष में यहां पर्यटकों की भीड़ पहुचेगी। इसको देखते हुए टाइगर सफारी प्रबंधन ने पर्यटकों की सुविधा के लिए अलग से व्यवस्था भी किए है। जंहा काउटंर बढ़ाए गए है वही सुरक्षा और सुविधा को चाक चौबंद बनाया गया है।

वॉटर फालों पर बढ़ेगी संख्या

वॉटरफालो को लेकर रीवा जिला धनी है और यहाँ बड़े स्तर के 5 वॉटरफॉल मौजूद है। जिसमें रीवा से सेमरिया मार्ग पर पुर्वा वॉटर फॉल मौजूद है। इस झरने की छठा देखते ही बनती है। जिला मुख्यालय से नजदीक होने के कारण यहां सबसे ज्यादा पर्यटक पहुचे है।

दूसरा क्योटी वॉटर फॉल है। यह रीवा से 40 किमी दूर लालगांव क्षेत्र में स्थित है। बताते है कि यह देश का 24वां सबसे ऊंचा झरना है। यहां यूपी और बिहार तक के पर्यटक भ्रमण करने आते है।

तीसरा चचाई जल प्रपात एमपी के सबसे बड़े झरनों में से एक है। यह रीवा जिले मुख्यालय से 46 किमी दूर सिरमौर क्षेत्र के बीहर नदी पर स्थित है। जंहा पर्यटक सेलीब्रेट करने पहुचते है।

इसी तरह बहुती जल प्रपात है। यह रीवा मुख्यायल से 85 किमी दूर है। बताते है कि इस प्रपात की गहराई सबसे ज्यादा है। यह मउगंज क्षेत्र में स्थित है और इस प्रपात में आसपास के लोग विशेष अवसरों पर सेलीब्रेट करने पहुचते है।

गोविंदगढ़ क्षेत्र में खंधो स्थित है जंहा कुंड होने के साथ ही माता का मंदिर भी है। घिनौचीधाम सिरमौर, बेलौही जलप्रपात शाहपुर आदि जल प्रपात भी पर्यटन के लिए बेहतर है।

आस्था का उमड़ेगा सैलाब

न्यू ईयर की सुबह होते ही यहां की प्रसिद्ध मंदिरों में आस्था का सैलाब उमड़ेगा। शहर के ऐतिहासिक चिरूहुला नाथ मंदिर में हजारों की तादात में भक्त पहुचेगे, तो वही रानी तालाब में भक्तों के साथ ही पर्यटक भी बहुतायत में पहुचेगें। किला स्थित महामृत्यजय मंदिर, देवतालाब शिव-पार्वती मंदिर तो इसी तरह बसामन मामा से​मरिया, देउर कोठार गढ़, लक्ष्मणबाग बिछिया, अष्टभुजी माता मंदिर नईगढ़ी, भैरव नाथ मंदिर गुढ़ में जंहा भक्त पहुचेगे वही मैहर की माता शारदा देवी के दरवार में लाखों भक्त पहुचते है। मंदिर प्रबधन ने इसके लिए तैयारी भी कर ली है।

पुलिस का है पहरा

धार्मिक एवं पर्यटक स्थालों में एक जनवरी को लोगो की बढ़ती भीड़ को देखते हुए प्रशासन एवं पुलिस ने तैयारी कर रखी है। सभी स्थानों में प्रशासन एवं पुलिस निगरानी कर रही है। जिससे किसी भी तरह की घटना से लोगों का बचाव हो सकें। अधिकारियों ने ऐसे स्थानों का भ्रमण करके तैयारी को पुख्ता किए है तो वही शहर में फ्लैगमार्च करके सभी को अलर्ट किए है।

वर्जन

सभी धार्मिक एवं पर्यटक स्थलों में एहतियात के कदम उठाए गए है। जिससे किसी भी तरह की घटना को रोका जा सकें। उपद्रवियों पर नजर रखी जा रही है।

नवनीत भसीन, एसपी रीवा।

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