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रीवा जिले में बढ़ी HIV के मरीजों की संख्या, चपेट में आए 311 बच्चे 24 गर्भवती महिलाएं
Rewa MP News: रीवा जिले (Rewa District) में एचआईवी संक्रमित (HIV) मरीजों की एक बड़ी संख्या है। इस बीमारी की चपेट में बच्चे और गर्भवती महिलाएं भी है। इस बीमारी से संक्रमित मरीजों के लिए श्यामसाह मेडिकल कॉलेज के संजय गांधी स्मृति चिकित्सालय में एआरटी केन्द्र संचालित है। इस समय यहां एचआईवी के पंजीकृत मरीजों की संख्या कुल 4921 है।
एआरटी केन्द्र में दर्ज आंकड़ो की माने तो एचआईवी मरीजों में 2286 पुरूष, 1790 महिलाएं सहित 311 बच्चें शामिल है। इन मरीजों द्वारा नियमित रूप से दवाई ली जा रही है। गौरतलब है कि संक्रमित मरीजों में 24 गर्भवती महिलाएं भी शामिल है।
दी गई इक्यूलाइज थीम
अस्पताल प्रबंधन की माने तो विश्व एड्स दिवस पर इस बार जो थीम दी गई है उसका नाम इक्यूलाइज है। इसका मतलब है कि सामान्य लोगों जैसी सुविधा एचआईवी एड्स के मरीजों को भी दी जाए। उनके साथ किसी भी तरह का भेदभाव न किया जाए।
निकाली गई रैली
विश्व एड्स दिवस के अवसर पर एसजीएमएच की ओपीडी कैंपस से 11 बजे रैली निकाली गई। इस रैली में मेडिकल कॉलेज के डीन डा. देवेश सारस्वत, अस्पताल के संयुक्त संचालक डा. अवतार सिंह शामिल रहे। इसके अलावा रैली में डा. मनोज इंदुलकर, डा. हरिओम गुप्ता, डा. अनुराग शर्मा सहित मेडिकल स्टूडेंट, नर्सिंग स्टाफ और सामाजिक संगठनों के लोग उपस्थित रहे। ष्
संदेह होने पर कराए जांच
बताया गया है कि जब किसी को संदेह हो कि किसी एचआईवी संक्रमित मरीज की सुई लगाई गई है तो जांच करानी चाहिए। पहली जांच दो सप्ताह होने पर करवाएं, यह एक तरह का एंटीजेन टेस्ट होता है। इसके निगेटिव व पॉजिटिव आने के एक माह बाद एंटीवायरल लेड स्टेट किया जाता है। दूसरी और तीसरी जांच के बाद इसकी पुष्टि होती है। पूर्व की जांच में अगर रिपोर्ट निगेटिव आती है तो दूसरे और तीसरे महीने में भी वायरल लेड की जांच की जाती है। अगर यह रिपोर्ट निगेटिव आती है तो इसका मतलब है कि बीमारी नहीं है।
वर्जन
समय पर अगर बीमारी का पता चल जाए तो दवा लेने से व्यक्ति अपना जीवन सामान्य तरीके से जी सकता है। मेडिकल कॉलेज के आईसीटीसी सेंटर में निःशुल्क जांच की जाती है।
डा. हरिओम गुप्ता, नोडल अधिकारी एआरटी सेंटर