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रीवा नगर निगम कार्यालय से जरूरी फाइल गायब, ननि कमिश्नर के निरीक्षण में खुली पोल, लिपिक पर हो सकती है FIR

रीवा नगर निगम कार्यालय से जरूरी फाइल गायब, ननि कमिश्नर के निरीक्षण में खुली पोल, लिपिक पर हो सकती है FIR
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रीवा नगर निगम कमिश्नर मृणाल मीना कि यही कार्यशैली उन्हें अन्य अधिकारियों से अलग बनाती है।

Rewa News: जब व्यवस्थाएं दुरुस्त करनी हो उस समय औचक निरीक्षण बहुत काम आता है। रीवा नगर निगम (Rewa Nagar Nigam) कमिश्नर मृणाल मीना कि यही कार्यशैली उन्हें अन्य अधिकारियों से अलग बनाती है। बुधवार को नगर निगम आयुक्त अचानक नगर निगम के निर्माण शाखा में पहुंच गए। वहां पहुंच कर उन्होंने निरीक्षण किया। निर्माण शाखा में मौजूद लिपिक से जानकारी चाहिए लेकिन वह इधर उधर की बातें बताने लगा। जब बात दस्तावेज दिखाने की हुई तो पता चला कि फाइल ही गायब है। जिस पर आयुक्त ने फटकार लगाते हुए अधीक्षण यंत्री को व्यवस्था दुरुस्त रखने के निर्देश दिए साथ ही जांच कर संबंधित लिपिक एफ आई आर दर्ज करने के लिए कहा है।

क्या है पूरा मामला

जानकारी के अनुसार नगर निगम रीवा आयुक्त मृणाल मीना बुधवार को अचानक निरीक्षण के लिए नगर निगम की निर्माण शाखा में चले गए। निर्माण शाखा में मौजूद कर्मचारी जैसे ही कमिश्नर को अपने सामने खड़ा देखा लोगों के हाथ पैर फूलने लगे। कमिश्नर ने कर्मचारियों से कुछ जानकारी चाहिए लेकिन उसने गोलमोल जवाब देते रहे।

इस पर कमिश्नर द्वारा निर्माण संबंधी अभिलेख जिसमें माप पुस्तिका एवं कार्य की नस्ती मागी गई। लेकिन निर्माण शाखा में पदस्थ बाबू कुछ कह नहीं सका। इसके बाद कमिश्नर द्वारा जांच करने के लिए कहा गया। पता चला कि कमिश्नर द्वारा मांगी जा रही माप पुस्तिका और कार्य की नस्ती कार्यालय में नहीं है।

कार्यालय में मचा हड़कंप

जैसे ही कमिश्नर के द्वारा औचक निरीक्षण की जानकारी कार्यालय के अन्य विभागों की हुई हर जगह हड़कंप देखा गया। जो यहां वहां भाग भटक रहे थे सहकर्मियों के फोन पहुंचते ही कार्यालय में नजर आने लगे। सभी अपने कागजात इकट्ठा करने और व्यवस्थित करने में लग गए। ऐसा लग रहा था मनो इतनी मुद्दत के बाद कर्मचारी पूरे जोश खरोश के साथ अपने काम में लगे हुए हैं।

अधीक्षण यंत्री को मिली फटकार

नगर निगम आयुक्त ने अधीक्षण यंत्री शैलेंद्र शुक्ला को इस पूरे मामले की जांच का आदेश दिया है। साथ ही अधीक्षण यंत्री को भी फटकार लगाते हुए निगरानी करने की बात कही है।

आयुक्त ने अधीक्षण यंत्री को जांच कर संबंधित लिपिक के खिलाफ एफ आई आर दर्ज कराने के लिए भी कहा है। देखना यह है कि जांच कितनी निष्पक्ष और इमानदारी से की जाती है। कहीं इसमें भी व्यौहार का पर्दा तो नहीं डाल दिया जाएगा।

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