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रीवा शहर के बिजली उपभोक्ताओं पर 34 करोड़ से अधिक की राशि बकाया, वसूली करने विभाग चलाएगा अभियान

Sanjay Patel
9 Oct 2023 3:04 PM IST
रीवा शहर के बिजली उपभोक्ताओं पर 34 करोड़ से अधिक की राशि बकाया, वसूली करने विभाग चलाएगा अभियान
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Rewa News: रीवा शहर के बिजली उपभोक्ताओं पर 34 करोड़ 15 लाख रुपए बिजली बिल के रूप में बकाया है। इसमें सर्वाधिक उपभोक्ता एक हजार रुपए से ऊपर वाले हैं। विद्युत मण्डल अब बिजली बिल की बकाया राशि वसूलने अभियान शुरू कर रहा है।

रीवा शहर के बिजली उपभोक्ताओं पर 34 करोड़ 15 लाख रुपए बिजली बिल के रूप में बकाया है। इसमें सर्वाधिक उपभोक्ता एक हजार रुपए से ऊपर वाले हैं। विद्युत मण्डल अब बिजली बिल की बकाया राशि वसूलने अभियान शुरू कर रहा है। जिसके अंतर्गत मण्डल बकायादारों से संपर्क कर रहा है। शहर में ऐसे बकायादार भी हैं, जिनका बिजली बिल 50 हजार और एक लाख से भी ज्यादा है। लेकिन उनके द्वारा बकाया बिल जमा नहीं किया जा रहा है।

कई उपभोक्ताओं ने साल भर से नहीं जमा किया बिल

विभागीय सूत्रों की मानें तो शहर संभाग में कई ऐसे उपभोक्ता हैं, जिन्होंने एक साल से बिजली बिल जमा नहीं किया है। बताया गया है कि शहर के 18 हजार के आसपास ऐसे उपभोक्ता हैं, जिन पर बिजली बिल का एक हजार रुपए से ज्यादा का बकाया है। इसके अलावा चार हजार उपभोक्ता ऐसे हैं जिन पर पांच हजार से ज्यादा का बिजली बिल बकाया है। इतना ही नहीं 2700 उपभोक्ताओं पर दस हजार रुपए से ज्यादा का बिजली बिल बकाया है। पचास हजार से ज्यादा राशि के बकायादारों की शहर में संख्या 300 है। जबकि 120 उपभोक्ताओं पर बकाया राशि एक लाख के ऊपर पहुंच चुकी है।

लाइन लॉस बड़ी समस्या

गौरतलब है कि जहां एक ओर बिजली उपभोक्ता समय पर बिजली का बिल नहीं जमा करना चाहते, तो दूसरी ओर लाइन लॉस कम करना भी बिजली अधिकारियों के लिए एक चुनौती साबित होता जा रहा है। शहर संभाग के कई ऐसे मोहल्ले हैं जहां खुलेआम बिजली की चोरी की जाती है। चोरी रोकने के लिए विभाग ने केबिलिंग वायर खींच दिए तो इलेक्ट्रानिक मीटर भी स्थापित किए। इसके बाद भी बिजली की चोरी नहीं रुक पा रही है। मजे की बात यह है कि विगत दिनों बिजली अधिकारियों द्वारा स्मार्ट मीटर लगाने का काम भी कुछ मोहल्लों में शुरू किया गया लेकिन बिजली उपभोक्ताओं द्वारा इन स्मार्ट मीटरों को लगाने का विरोध शुरू कर दिया गया। जिसके बाद बिजली कंपनी बैकफुट पर आ गई। अधिकारियों का कहना है कि स्मार्ट मीटर लगाने का काम फिर शुरू किया जाएगा। यह बेहतर मीटर है। इस मीटर के लग जाने से मीटर रीडर की समस्या पूरी तरह से समाप्त हो जाएगी और लोगों के घरों में सही बिल पहुंचेगा। क्योंकि बिजली ऑफिस में बने कंट्रोल रूम से ही बिल की रीडिंग कलेक्ट कर ली जाएगी।

सरकारी विभागों पर तीन करोड़ बकाया

बिजली बिल सिर्फ निजी उपभोक्ताओं का बकाया नहीं है, बल्कि सरकारी विभाग भी समय से बिजली बिल जमा नहीं कर रहे हैं। मौजूदा समय में देखें तो शहर में स्थित सरकारी विभागों पर बिजली बिल का तीन करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि बकाया है। जिन विभागों पर बिजली बिल की राशि बकाया है, उन विभागों की संख्या एक दर्जन से ज्यादा है। कुछ विभाग तो ऐसे हैं, जिन्होंने 6 महीने से बिजली बिल जमा नहीं किया है।

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