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रीवा में बड़ा हादसा, बारिश में ढह गया कच्चा मकान, आधा दर्जन लोग दबे, 4 के शव बरामद
Rewa / रीवा। कई दिनों से हो रही लगातार बारिश में गढ़ थाना क्षेत्र के गुचियारी गांव में एक कच्चा मकान ढह गया। जिसमें घर में रह रहे आधा दर्जन की संख्या में परिवार के लोग मलवे में दब गये। स्थानीय लोगों की मदद से लोगों को मलवे से बाहर निकाला जा रहा हैं। बताया जाता है कि एक घायल को गंगेव अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करवाया गया है। वही 4 के शव बाहर निकाल लिए गये है। इस दर्दनाक हादसे के बाद पूरे गांव में मातम छा गया वही अन्य लोगों को निकालने का कार्य जोरो पर चल रहा है। उनके शव निकाले जा रहे है। घटना की जानकारी के बाद प्रशासन मौके पर पहुंच गया है।
4 के शव बरामद
जानकारी के अनुसार गढ़ थाना अंर्तगत ग्राम गुचियारी में एक कच्चा मकान गिर गया। जिसमें मनोज पाण्डेय के परिवार के आधा दर्जन लोग दब गये। मकान पूरी तरह से गिर कर जमीदोज हो गया। इस हादसे में परिवार के 4 की मलबे में दबने से मौत हो गई है। घर गिरने पर दबने से मनोज पाण्डेय, उनकी माता केमली पाण्डेय तथा उनकी बेटी काजल तथा आंचल की मौत हो गई है। तो वहीं 1 घायल बच्ची को इलाज के लिए गंगेव सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में इलाज के लिए भर्ती करवाया गया है। जहां उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
आर्थिक सहायता की घोषणा
हादसे के बाद गिरे मकान का तत्काल सर्वे करवा कर राशि मंजूर की जायेगी। वही घटना के बाद मृतक के आश्रितों को चार-चार लाख रुपए की आर्थिक सहायता राशि देने की घोषणा कर दी गई है। घर में बंधे मवेशियों की मौत हो गई है। जिसकी जानकारी प्रशासन के मौजूद अधिकारियो द्वारा लिया जा रहा हैं। परिवार के लोगो के भरोशा दिया जा रहा है कि सरकार से मिलने वाली हर सहायता दी जायेगी।
मौके पर पहुंचा प्रशासन
हादसे की जानकारी होते ही गांव के सरपंच तथा सचिव मौके पर पहुंच गये है। वही इस घटना की जानकारी पुलिस के साथ ही प्रशासनिक अमले को दी गई है। बताया जाता है कि हादेसे की जानकारी होने के बाद कलेक्टर इलैया राजा टी पूरे राहत तथा बचाव कार्य पर नजर बनाए हुए हैं। मौके पर एसडीएम, एसडीओपी, तहसीलदार सहित अन्य लोग घटना स्थल पर पहुंच चुके है।
सुबह गिरा मकान
गांव वालों ने जानकारी देते हुए बताया कि रविवार की सुबह-सुबह का मकान भरभरा कर गिर गया। मकान गिरने पर तेज आवाज हुआ। जिसके बाद गांव के लोग घरो सें बाहर निकलकर देखा तो पाण्डे जी का मकान पूरी तरह से जमीदोज हो चुका था। पुरे गुचियारी गांव में हडकंप मच गया। गांव के लोग फौरन बचाव कार्य में जुट गये। वहीं जानकारी प्रशासन को दी गई।
गांव में पहुच मार्ग का अभाव
जिस गुचियारी गांव में इतना बड़ा हादसा हुआ वहां पहुंच मार्ग का अभाव है। बरसात के समय लोगो को अपने घर पहुचने के लिए 3 किलोमीटर तक पैदल चलना पडता है। हादसे के बाद प्रशासन के आधिकारियो के पहुचने के लिए भी पैदल चलना पडा जिसके बाद लोगों को विकास की गांगा आखिर कहां बह गई इसका भी पता लगाना होगा।