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Laterite Mines: रीवा जिले के नईगढ़ी में शुरू होंगी लेटराइट की खदानें, 8 हेक्टेयर जमीन चिन्हित, जबलपुर भेजा गया सेम्पल
Laterite Mines: एमपी रीवा जिले के नईगढ़ी क्षेत्र के आठ हेक्टेयर भूमि में किए गए सर्वे के बाद यह सामने आया है कि यहां पर लेटराइट मिट्टी प्रचुर मात्रा में है। जिसका सेम्पल लेकर जबलपुर लैब भेज दिया गया है। विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी में बताया गया है कि अगर लेटराइट में लौह अयस्क की मात्रा अच्छी मिली तो खदानों की कवायद शुरू कर दी जाएगी। गौर करने वाली बात यह है कि रीवा, सतना एवं सीधी में सीमेंट उद्योग काफी मात्रा में लगाए गए हैं जिसमें लेटराइट की आवश्यकता होती है। सीमेंट फैक्ट्रियों में अभी तक जो लेटराइट की मात्रा आ रही है वह सतना एवं अन्य क्षेत्रों से हो रही है। रीवा के नईगढ़ी क्षेत्र में लेटराइट की खदानें जब शुरू हो जाएंगी तब आसानी से सीमेंट उद्योगों को यह खनिज प्रचुर मात्रा में मिलने लगेगा। साथ ही खदानों से खनिज विभाग की आमदनी भी बढ़ जाएगी।
आयरन इंडस्ट्री जाता है लेटराइट
लेटराइट मिट्टी में लौह अयस्क पाया जाता है। जिस मिट्टी में लोहे की मात्रा ज्यादा होती है उसकी सर्वाधिक मांग आयरन इंडस्ट्री से आती है। यहां पर यह बता दें कि सतना जिले के पपरा क्षेत्र में काफी मात्रा में लेटराइट पाया जाता है जो सीमेंट उद्योगों के अलावा आयरन इंडस्ट्री के लिए भेजा जाता है। खास बात यह है कि लेटराइट का उपयोग आयरन इंडस्ट्री, सीमेंट उद्योग के अलावा अन्य कार्यों के लिए भी प्रयोग में लाया जाता है। बताया गया है कि इससे कई तरह की वस्तुएं बनाई जाती हैं। नईगढ़ी क्षेत्र में लेटराइट खदानों के संचालित होने से जहां क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, वहीं जो बेरोजगार रोजगार की तलाश में अन्य राज्यों पर आश्रित हैं उन्हें रोजगार के अवसर मिलेंगे। साथ ही खदान के संचालित होने से आय में भी वृद्धि होगी।
जल्द शुरू होंगी खदानें
नईगढ़ी क्षेत्र के जिन गांवों में लेटराइट खनिज मिलने की पुष्टि की गई है, वहां से खनिज विभाग द्वारा सेम्पल भी लिए गए हैं। जो जबलपुर के लैब में भेजे गए हैं। बताया गया है कि जल्द ही सेम्पल की रिपोर्ट आ जाएगी, जिसके बाद आठ हेक्टेयर जमीन को चार ब्लॉकों में बांटकर खदान की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। खनिज विभाग के अधिकारियों की मानें तो निजी भूमियों में लीज के बाद नीलामी की प्रक्रिया होगी। इसके बाद खदानें संचालित हो जाएंगी। इस तरह की खदान शुरू होने के बाद जिले के सेमरिया क्षेत्र के बाद नईगढ़ी क्षेत्र में भी लेटराइट की खदानें शुरू हो जाने से सीमेंट उद्योग एव आयरन इंडस्ट्री से खनिज विभाग को अतिरिक्त आय मिल सकेगी।
इनका कहना है
इस संबंध में रीवा जिले के प्रभारी खनिज अधिकारी रत्नेश दीक्षित का कहना है कि नईगढ़ी क्षेत्र के 8 हेक्टेयर में लेटराइट खनिज मिलने की संभावना बताई गई है। सर्वे के बाद इसका सेम्पल भी जबलपुर लैब भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद अगर सबकुछ ठीक रहा तो जल्द ही खदानों के नीलामी सहित अन्य प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।