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अश्लील कमेंट और छेड़खानी करते हैं नशेड़ी: रीवा में शराब दुकान के विरोध में सड़क पर उतरीं महिलाएं, लाड़ली बहनों ने सीएम से मांगी सुरक्षा

रीवा में शराब दुकान के खिलाफ महिलाओं का मोर्चा: रीवा शहर में महिलाओं की सुरक्षा एक बार फिर सवालों के घेरे में है। करहिया मंडी के समीप स्थित एक शराब की दुकान के चलते क्षेत्र में बढ़ रही कथित छेड़खानी, अभद्रता और असामाजिक गतिविधियों से त्रस्त होकर मंगलवार दोपहर को स्थानीय महिलाओं ने मोर्चा खोल दिया। सैकड़ों की संख्या में महिलाएं शराब दुकान को तत्काल हटाने की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गईं। प्रदर्शनकारी महिलाओं ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को संबोधित करते हुए, 'लाडली बहना' योजना का जिक्र कर अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने की मार्मिक अपील की।
भजन-कीर्तन और नारों से जताया विरोध
विरोध जताने के लिए महिलाओं ने अनोखा तरीका अपनाया। शराब दुकान के सामने सड़क पर बैठकर उन्होंने भजन-कीर्तन किया और साथ ही प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की। उनका स्पष्ट कहना था कि जब तक प्रशासन उनकी मांग मानकर शराब दुकान को यहां से हटा नहीं देता, उनका धरना जारी रहेगा। महिलाओं का आरोप है कि इस दुकान की वजह से यहां दिन भर असामाजिक तत्वों और शराबियों का जमावड़ा लगा रहता है, जिससे उनका और उनकी बेटियों का घर से बाहर निकलना दूभर हो गया है।
"घर से निकलना मुश्किल": महिलाओं ने बताई पीड़ा
धरने में शामिल स्थानीय निवासी श्रद्धा मिश्रा ने बताया कि करहिया नंबर एक और सच्चा नगर कॉलोनी के निवासी इस शराब दुकान की वजह से लंबे समय से परेशान हैं। शराबी खुलेआम सड़क पर शराब पीते हैं, खाली बोतलें लोगों के घरों में फेंक देते हैं और आने-जाने वाली महिलाओं व लड़कियों पर फब्तियां कसते हैं। एक अन्य प्रदर्शनकारी, जिनके पति सेना में सूबेदार मेजर हैं, श्रद्धा तिवारी ने अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए कहा, "हमारी बेटियां अब घर से बाहर निकलने में भी डरती हैं। कभी ये लोग सड़क पर पत्थर रख देते हैं, तो कभी सीधे बदतमीजी पर उतर आते हैं। शाम होते ही हमारे घरों के सामने शराब की बोतलें लेकर बैठ जाते हैं।"
मांग पूरी न होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहीं ममता तिवारी ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि उनकी मांग पर जल्द सुनवाई नहीं हुई और शराब दुकान को तत्काल प्रभाव से नहीं हटाया गया, तो वे अपने आंदोलन को और तेज करने पर मजबूर होंगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं हो जाती, यह अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा।
आबकारी अधिकारी ने दिया आश्वासन, भेजा जाएगा आवेदन
महिलाओं के धरने और विरोध प्रदर्शन की सूचना मिलने पर सहायक जिला आबकारी अधिकारी अखिलेश्वर सिंह ठाकुर मौके पर पहुंचे। उन्होंने प्रदर्शनकारी महिलाओं को समझाने का प्रयास किया और उनसे एक ज्ञापन प्राप्त किया। श्री ठाकुर ने आश्वासन दिया कि रहवासियों द्वारा दिए गए आवेदन पत्र को नियमानुसार वरिष्ठ कार्यालय को प्रेषित कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ कार्यालय से इस आवेदन पर जो भी निर्णय लिया जाएगा, उससे प्रदर्शन कर रहे परिवारों को अवगत करा दिया जाएगा। हालांकि, महिलाएं तत्काल कार्रवाई की मांग पर अड़ी हुई हैं।