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रीवा में कोरोना योद्धाओं का सम्मान: 200 पुलिसकर्मियों को मिला कर्मवीर पदक, एसपी बोले- इनका योगदान को भुलाया नहीं जा सकता

रीवा में कोरोना योद्धाओं का सम्मान: 200 पुलिसकर्मियों को मिला कर्मवीर पदक, एसपी बोले-  इनका योगदान को भुलाया नहीं जा सकता
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रीवा में कोरोना काल में अपनी जान जोखिम में डालकर जनता की सेवा में तत्पर रहने वाले 200 पुलिसकर्मियों को कर्मवीर पदक से सम्मानित किया गया।

रीवा जिले में कोरोना महामारी के मुश्किल दौर में अपनी जान जोखिम में डालकर जनता की सेवा करने वाले 200 पुलिसकर्मियों को उनके अदम्य साहस और समर्पण के लिए सम्मानित किया गया है। शुक्रवार को पुलिस लाइन में आयोजित एक विशेष समारोह में रीवा के पुलिस अधीक्षक (एसपी) विवेक सिंह ने शासन की अनुशंसा पर इन कर्मियों को कर्मवीर पदक प्रदान किया।

इस मौके पर सम्मानित पुलिसकर्मियों के चेहरों पर गर्व और खुशी की चमक साफ देखी जा सकती थी। इनमें बड़ी संख्या में महिला पुलिसकर्मी भी शामिल थीं, जिन्होंने संकट के समय में अपनी ड्यूटी को बखूबी निभाया।

सड़कों पर डटे रहे हमारे कोरोना योद्धा

एडिशनल एसपी अनिल सोनकर ने इस अवसर पर पुलिसकर्मियों की बहादुरी की तारीफ करते हुए कहा कि जब पूरा देश लॉकडाउन के चलते घरों में कैद था और लोग अपने रोजमर्रा के काम भी नहीं कर पा रहे थे, तब ये पुलिसकर्मी सड़कों पर डटकर जनता की सुरक्षा और सेवा में जुटे रहे। उन्होंने बताया कि उस मुश्किल वक्त में पुलिसकर्मियों ने न सिर्फ कानून-व्यवस्था को बनाए रखा, बल्कि लोगों की मदद के लिए दिन-रात एक कर दिया। इसी समर्पण और साहस को देखते हुए शासन ने इन्हें कर्मवीर पदक से नवाजने का फैसला किया, जिसे आज गर्व के साथ लागू किया गया।

सम्मान से बढ़ा पुलिसकर्मियों का हौसला

एसपी विवेक सिंह ने इस सम्मान समारोह के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि ऐसे पुरस्कार पुलिसकर्मियों के मनोबल को ऊंचा उठाते हैं। उन्होंने कहा कि जब कर्मियों को उनकी मेहनत और त्याग के लिए सम्मान मिलता है, तो वे दोगुनी ऊर्जा और उत्साह के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हैं। एसपी ने आगे कहा कि कोरोना काल में पुलिसकर्मियों का योगदान इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा, जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। यह सम्मान न केवल उनके लिए गर्व का पल है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनेगा।

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