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रीवा के SGMH में ढाई घंटे चला ब्लैक फंगस इन्फेक्टेड मरीज का ऑपरेशन, निकालनी पड़ी आँख और नाक से ब्लैक टिश्यू
रीवा. कोरोना के बाद अब ब्लैक फंगस इन्फेक्शन (Black Fungus Infection in Rewa) का जानलेवा अटैक जारी है. प्रतिदिन कई मरीजों की भर्ती रीवा में हो रही है. फिलहाल अस्पताल में 23 इन्फेक्टेड मरीजों का इलाज चल रहा है. सोमवार को SGMH में एक मरीज का सफल ऑपरेशन भी किया गया. मरीज की आँख इन्फेक्शन के चलते खराब हो गई थी, जिसे निकाला गया और ढाई घंटे तक चले इस ऑपरेशन में मरीज के नाक से ब्लैक टिश्यू (Black Tissue) निकाला गया.
ब्लैक फंगस इन्फेक्शन न केवल लोगों की जान ले रहा है बल्कि अंगों को भी पूरी तरह से खराब कर रहा है. ब्लैक फंगस ने एक मरीज की आंख में इतना घातक प्रहार किया कि उसकी आंख ही खराब हो गई. डॉक्टरों द्वारा तत्परता से मरीज का आपरेशन करके उसकी आंख निकाली गई और नाक से ब्लैक टिश्यू निकाले गए.
ऑपरेशन सफल, हालात सामान्य
संजय गांधी अस्पताल में पहली बार ब्लैक फंगस के अटैक से पीडि़त मरीज की आंख और नाक का सफल आपरेशन किया गया. आपरेशन के बाद मरीज को आईसीयू में रखा गया है. जहां मरीज की हालत सामान्य बताई जा रही है. आपरेशन करीब ढाई घंटे चला. इस दौरान संजय गांधी अस्पताल (Sanjay Gandhi Memorial Hospital, Rewa) के ENT और Eye Department के डॉक्टरों की एक ज्वाइंट टीम तैयार की गई. मरीज को ओटी में ले जाया गया जहां उसके नाक से पहले ब्लैक टिश्यू ईएनटी के डॉक्टरों द्वारा आपरेशन कर निकाले गए. उसके पश्चात मरीज की आंख का आपरेशन किया गया. आंख में फंगस ने गहरा अटैक किया था जिसके चलते मरीज की आंख निकाली गई.
बताया जा रहा है कि जिले के शाहपुर थाना क्षेत्र के 42 वर्षीय युवक पर ब्लैक फंगस ने चार दिन पहले अटैक किया था. जिससे उसकी आंख और नाक मे हल्की सूजन लग रही थी. शंका होने पर परिजन मरीज को लेकर तत्काल संजय गांधी अस्पताल आये जहां MRI जांच में डॉक्टरों ने फंगस के लक्षण बताकर भर्ती करा दिया. जिसका सोमवार को सफल आपरेशन किया गया.
जॉइंट टीम बनाकर डॉक्टरों ने किया ऑपरेशन
इसके लिए डॉक्टरों की पहले ज्वाइंट टीम बनाई गई जिसमें नाक, कान, गला विभाग के डॉक्टरों के अलावा आई विभाग के डॉक्टर शामिल किये गए. डॉक्टरों की ज्वाइंट टीम बनाये जाने के बाद ओटी में मरीज को ले जाया गया जहाँ पहले मरीज के नाक से ब्लैक टिश्यू आपरेशन करके निकाले गए. उसके बाद मरीज की आंख का आपरेशन आई डिपार्टमेंट के डॉक्टरों की उपस्थिति में किया गया.
एक आँख निकाली गई
बताया गया है कि युवक इसके पहले कोरोना संक्रमित था. उपचार बाद वह पूरी तरह स्वस्थ हो गया था. डिस्चार्ज होने के बाद उस पर फंगस ने अटैक कर दिया जिससे उसकी एक आंख खराब हो गई. जिसे आपरेशन कर डॉक्टरों ने निकाल दिया है.
ब्लैक फंगस इन्फेक्शन से अब तक पांच की मौत
गंभीर बात यह है कि ब्लैक फंगस तेजी से लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है. फंगस अटैक से अब तक पांच लोंगो की मौत हो चुकी है. ब्लैक फंगस (Black Fungus Symptoms) न केवल आंख, नाक, मुंह, ब्रेन में अटैक कर रहा है बल्कि वह अब हार्ट में भी अटैक कर रहा है. दो दिन पहले ब्लैक फंगस ने एक मरीज के हार्ट में अटैक कर उसकी जीवन लीला ही समाप्त कर दी. वहीं रोज नये मरीज भी इससे प्रभावित हो रहे हैं. कोविड (COVID) के बाद अस्पताल के डॉटर अब ब्लैक फंगस के अटैक से पीडि़त मरीजों के उपचार में भी जुट गए हैं.
ज्वाइंट टीम में ये रहे शामिल
ब्लैक फंगस के अटैक से पीडि़त मरीज के आपरेशन करने में नाक कान गला विभाग के डॉक्टरों में डॉ अशरफ, डॅा काॢतकेश, डॉ विदुषी, डॉ सरला एवं नेत्र विभाग के डॉक्टरों में प्रमुख रूप से डॉ शशि जैन एचओडी, डॉ एससीएल चंद्रवंशी शामिल रहे. जिनके द्वारा सफल आपरेशन किया गया.