
- Home
- /
- मध्यप्रदेश
- /
- रीवा
- /
- Mukundpur White Tiger...
Mukundpur White Tiger Safari: रीवा के मुकुंदपुर व्हाइट टाइगर सफारी में भालू जामवंत की मौत, मचा हड़कम्प

एमपी रीवा के मुकुंदपुर व्हाइट टाइगर सफारी में भालू जामवंत की मौत हो गई। वन्य जीव की मौत से सफारी प्रबंधन में हड़कम्प मच गया। कुछ माह पहले ही यहां व्हाइट टाइगर विंध्या की भी मौत हो चुकी है। प्रबंधन की मानें तो जामवंत काफी दिनों से बीमार चल रहा था। जू प्रबंधन द्वारा उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया है।
भोपाल से लाया गया था भालू का जोड़ा
जू प्रबंधन का कहना है कि भालू के जोड़े को वर्ष 2016 में भोपाल से मुकुंदपुर व्हाइट टाइगर सफारी लाया गया था। जिसमें जामवंत के साथ बेनवा शामिल थी। दोनों से एक भालू के शावक का जन्म हुआ था जो मुकुंदपुर चिड़ियाघर में ही है। इसके साथ ही दो भालुओं को रेस्क्यू कर यहां लाया गया था। जामवंत की मौत के बाद अब सफारी में चार भालू हैं।
काफी समय से था बीमार
बताया गया है कि भालू जामवंत काफी उम्रदराज हो चुका था। इस दौरान वह लम्बे समय से बीमार भी चल रहा था। जिसका उपचार भी किया जा रहा था किंतु इसके बाद भी उसे बचाया नहीं जा सका। जिसका अंतिम संस्कार मुकुंदपुर चिड़ियाघर प्रबंधन द्वारा किया गया। यहां पर बता दें कि मुकुंदपुर चिड़ियाघर में कई वन्य जीवों को रखा गया है। जो पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। हाल ही में यहां रंग-बिरंगी तितलियां भी लाई गई हैं। यहां वन्य प्राणियों का दीदार करने के लिए दूर-दूर से पर्यटक पहुंचते हैं।
कुछ माह पूर्व हुई थी विंध्या की मौत
महाराजा मार्तण्ड सिंह जूदेव व्हाइट टाइगर सफारी एण्ड जू मुकुंदपुर में कुछ महीने पहले ही व्हाइट टाइगर विंध्या की भी मौत हो चुकी है। प्रबंधन की मानें तो वह भी उम्रदराज थी। अब दिल्ली से नए व्हाइट टाइगर टीपू को यहां लाया गया है। इसके अलावा भी कई वन्यजीवों की मौत चिड़ियाघर में हो चुकी है। प्रबंधन का कहना है कि वन्य जीवों की देखरेख में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है।
