- Home
- /
- मध्यप्रदेश
- /
- रीवा
- /
- Bansagar Dam: रीवा के...
Bansagar Dam: रीवा के देवलोंद स्थित बाणसागर बांध को बारिश की दरकार, 1.34 सेंटीमीटर खाली है डैम
Bansagar Dam: मध्यप्रदेश के रीवा अंतर्गत देवलोंद स्थित बाणसागर बांध को बारिश की दरकार है। विंध्य में काफी दिनों से झमाझम बारिश नहीं होने की वजह से बाणसागर बांध लबालब नहीं हो सका है। अभी भी डैम 1.34 सेंटीमीटर खाली है, जिसको लेकर अधिकारी चिंतित हैं। हालांकि अभी भी बारिश की उम्मीद जताई जा रही है और यदि शहडोल, उमरिया, अनूपपुर में बारिश का दौर पुनः प्रारंभ होता है तो बाणसागर का जलस्तर बढ़ सकता है।
195 क्यूमेक्स छोड़ा जा रहा पानी
देवलोंद स्थित बाणसागर बांध से जुड़े सूत्रों की मानें तो विद्युत परियोजना के लिए प्रतिदिन 170 एवं उत्तर प्रदेश के लिए 25 क्यूमेक्स पानी दिया जा रहा है। प्रतिदिन 195 क्यूमेक्स पानी बांध से छोड़ा जा रहा है तो वहीं सिलपरा एवं टोंस जल विद्युत परियोजना के लिए भी पानी दिया जा रहा है। ऐसे में पानी की आवक कम हो रही है और छोड़ने का रेसियो अधिक होने से बांध का जलस्तर नहीं बढ़ पा रहा है। हालांकि अभी भी थोड़ा बहुत पानी कैचमेंट एरिया में आने से बांध की स्थिति सामान्य बनी हुई है। वहीं अधिकारी भी बारिश पर नजर बनाए हुए हैं।
प्रतिदिन खिसक रहा एक सेंटीमीटर जलस्तर
इस संबंध में बाणसागर के अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक कई दिनों से कैचमेंट एरिया में बारिश नहीं हो रही है। जिसकी वजह से बांध का जलस्तर खिसकने लगा है। अधिकारियों की मानें तो प्रतिदिन एक सेंटीमीटर पानी बाणसागर बांध से घट रहा है। ऐसे में यदि बारिश नहीं होती है तो बांध में जलभराव होना मुश्किल हो जाएगा। बता दें कि विगत दिनों सप्ताह भर हुई बारिश की वजह से लगभग 2 सेंटीमीटर बांध में पानी भरा था। किंतु अब बारिश रुक जाने के कारण कहीं से भी पानी की आवक नहीं हो रही है। हालांकि सप्ताह भर पहले शहडोल एवं उमरिया क्षेत्र में हुई बारिश की वजह से कैचमेंट एरिया में पानी की आवक हुई थी लेकिन एक बार फिर से बारिश रुक गई है जिसके चलते बांध में पानी आना भी बंद हो गया है।
देवलोंद में हो रहा बिजली का उत्पादन
गौरतलब है कि बाणसागर बांध से बिहार की ओर पानी छोड़ा जा रहा है जिससे देवलोंद विद्युत परियोजना से भी विद्युत का उत्पादन हो रहा है। हालांकि बिहार ने पानी की डिमांड नहीं की है लेकिन बिजली उत्पादन के लिए प्रतिदिन नहर में पानी छोड़ा जा रहा है। ऐसे में मध्यप्रदेश पॉवर जनरेटिंग कंपनी को प्रतिदिन लाखों रुपए की बिजली मिल रही है। किंतु यदि बारिश नहीं होती है तो संकट भी गहरा जाएगा। जिस तरह से बांध अभी भी 1.34 सेंटीमीटर खाली है और बारिश नहीं होती है तो लगातार पानी भी नीचे खिसक रहा है। ऐसे में विद्युत उत्पादन भी प्रभावित हो सकता है।