रीवा

रीवा में जीत के बाद कांग्रेस जुटी स्वागत समारोह में, भाजपा ने खेला मास्टर स्ट्रोक, 6 निर्दलीय पार्षद भाजपा में शामिल

Viresh Singh Baghel | रीवा रियासत
25 July 2022 6:38 PM IST
Updated: 2022-07-25 13:10:36
रीवा में जीत के बाद कांग्रेस जुटी स्वागत समारोह में, भाजपा ने खेला मास्टर स्ट्रोक, 6 निर्दलीय पार्षद भाजपा में शामिल
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MP Rewa News: रीवा नगर-निगम में परिषद अध्यक्ष बनाने भाजपा ने खेला मास्टर स्ट्रोक।

MP Rewa News: 27 वर्षों बाद रीवा शहर का महापौर पद गंवाने वाली भारतीय जनता पार्टी (BJP) अब परिषद अध्यक्ष बनाने के लिए जोड़तोड़ शुरू कर दी है। भाजपा नेताओं ने मास्टर स्ट्रोक खेलते हुए 6 निर्दलीय पार्षदों को अपनी पार्टी में शामिल करके नगर-निगम परिषद अध्यक्ष बनाने के लिए तैयारी कर ली है। दरअसल 6 निर्दलीय पार्षदों के शामिल हो जाने से परिषद अध्यक्ष बनाने के लिए भाजपा के पास बहुमत हो गया है।

कांग्रेस को झटका

महापौर अजय मिश्रा बाबा (Ajay Mishra Baba) की जीत के बाद निर्दलीय के भरोसे कांग्रेस पार्टी अपनी परिषद भी बनाने की तैयारी कर रही थी। इसी बीच निर्दलीय पार्षदों के भाजपा में शामिल होने से परिषद अध्यक्ष बनाए जाने का पासा उल्टा पड़ता नजर आ रहा है। बहरहाल देखना यह है कि अब कांग्रेस का अगला कदम क्या होता है।

परिषद के लिए चाहिए 23 पार्षद

45 वार्डों वाले रीवा नगर निगम में परिषद अध्यक्ष एवं परिषद का गठन करने के लिए 23 पार्षदों की जरूरत है। जिसमें से भाजपा के 18 पार्षद सदस्य जीत कर चुने गए है। तो वहीं कांग्रेस के 16 पार्षद सदस्य है, जबकि 11 निर्दलीय पार्षद चुनकर सदन में पहुंचे थे। जिसमें भाजपा ने 6 निर्दलीय पार्षदों को अपनी पार्टी में शमिल कर लिया हैं। जिसके बाद भाजपा के पास अब 24 पार्षद हो गए है। ऐसे में परिषद बनाने के लिए भाजपा मजबूत नजर आ रही है।

इन्होने ली सदस्यता

ज्ञात हो कि सोमवार को सभी 6 पार्षदों ने भाजपा कार्यालय अटल कुंज में पूर्व मंत्री एवं रीवा विधायक राजेन्द्र शुक्ला के हाथों सदस्य ग्रहण कर ली है। जिन पार्षदों ने भाजपा का झंडा पकड़ा है, उसमे वार्ड क्रमांक 1 से पार्षद शिवराज रावत, वार्ड क्रमांक 5 से पार्षद संजय सिंह, वार्ड क्रमांक 22 से पार्षद पूजा प्रमोद सिंह, वार्ड क्रमांक 40 से पार्षद नीलू कटारिया, वार्ड क्रमांक 43 से पार्षद शांति उर्फ आशा सहित एक अन्य का नाम शामिल हैं।

चर्चा है कि ज्यादातर लोग भाजपा से बागी होकर नगर निगम वार्ड पार्षदी का चुनाव लड़े थे। जिन्हे मानमनैवल के बाद घर वापसी कराई गई है।

भाजपा प्रदेश नेतृत्व में किरकिरी

ज्ञात हो कि 20 जुलाई को रीवा नगर-निगम का जो परिणाम सामने आया, उसमें भाजपा प्रत्याशी को हार का सामना करना पड़ा है। प्रत्यक्ष प्रणाली से महापौर पद का चुनाव होने के बाद यह पहला अवसर है जब भाजपा को रीवा नगर-निगम के महापौर की सीट गंवानी पड़ी है। जिसके बाद रीवा के भाजपा नेतृत्व की प्रदेशभर में किरकिरी हुई।

कांग्रेस उम्मीदवार अजय मिश्रा बाबा ने 10 हजार से ज्यादा मतों से महापौर में जीत दर्ज की है। भाजपा इसे खतरे की घंटी मानते हुए जहाँ एक्टिव हो गई है वहीं अब प्रदेश नेतृत्व चाहता था कि महापौरी तो खो दिए हैं। लेकिन अगर सदन में भाजपा का बहुमत रहेगा, तो विकास मूलक कार्य उसी तरह होते रहेंगे। ऐसे में भाजपा का ये प्लान सफल होता नजर आ रहा है।

Viresh Singh Baghel | रीवा रियासत

Viresh Singh Baghel | रीवा रियासत

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