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रीवा के बाद सतना में अफ्रीकन स्वाइन फीवर का कहर, 17 दिन में 2350 सुअरों की मौत

Ankit Pandey | रीवा रियासत
27 Aug 2022 3:03 PM IST
Updated: 2022-09-03 18:27:18
People came on road due to electricity problem, Rewa-Sirmaur road was disrupted for hours
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Rewa News - Rewa Riyasat

MP Rewa News: एहतियात के तौर पर रीवा कलेक्टर ने प्रभावित क्षेत्रों में धारा 144 लागू कर दी है। साथ ही सुअरों के क्रय-विक्रय पर प्रतिबंध लगा दिया है।

MP Rewa News: रीवा शहर में अफ्रीकन स्वाइन फीवर (African Swine Fever) के संक्रमण की रोकने के लिए सुअरों को मारा जा रहा है। यहां 9 से 25 अगस्त यानि की 17 दिनों में 2350 सुअरों की मौत हो चुकी है। पशु चिकित्सा विभाग के उपसंचालक डॉ.राजेश मिश्रा की माने तो वार्ड क्रमांक 15 रतहरा बंसल बस्ती को रेड जोन घोषित कर 23 अगस्त से 25 अगस्त के बीच 17 सुअरों को वैक्सीन देकर मारा गया है। 26 अगस्त को गोविंदगढ़ क्षेत्र के मड़वा गांव में कुछ सुअरों के मरने की सूचना मिली है। सूचना मिलने पर पशु चिकित्सकों के साथ राजस्व विभाग, पुलिस विभाग, वन विभाग और नगर निगम एक्सपर्ट की टीम मौके पर पहुंची है। गौरतलब है कि रीवा (Rewa) के बाद सतना जिले (Satna District) में भी अफ्रीकन स्वाइन फीवर ने अपनी आमद दर्ज करा दी गई है। जिले के अमरपाटन (Amarpatan) तक इस बीमारी का प्रकोप देखने को मिल रहा है। ऐसे में एहतियात के तौर पर रीवा कलेक्टर ने धारा 144 लागू कर दी है। साथ ही सुअरों के क्रय-विक्रय पर प्रतिबंध लगा दिया है।

असम और नागालैंड तक सीमित था

विशेषज्ञों की माने तो वर्षों पहले तक यह वायरस सिर्फ असम और नागालैंड तक सीमित था। इसके बाद सुअरों के क्रय विक्रय और परिवहन के चलते यूपी के रास्ते मप्र के रीवा में यह वायरस पहुंच गया। 23 अगस्त को यह वायरस उत्तराखंड के सुअरों में पाया गया।

41 वार्डां में लिए जाएंगे सैंपल

डॉ. राजेश मिश्रा ने बताया कि रीवा शहर में 45 नगर निगम के वार्ड है। वार्ड 15 डेंजर जोन में है, जबकि वार्ड 14, 25 और 26 में कार्य पूरा हो गया है। अब बचे हुए 41 वार्डों के सैंपल लिए जा रहे हैं। दूसरा चरण 26 अगस्त से प्रारंभ हो गया है। शुक्रवार को निपनिया और ढेकहा मोहल्ला सहित अन्य जगहों सैंपलिंग का कार्य किया गया। शहर के धोबिया टंकी, बिछिया नदी, नारायण चक्की, पाण्डेन टोला में भी काफी संख्या में सुअरों की मौत हुई है। यहां वार्ड 28, 29, 38, 40, 41, 42, 16, 21, 23, 30, 31, 32, 44, 45 में सुअरों की मौत हुई है।

दिया जाएगा मुआवजा

कलेक्ट्रेट में बैठक के दौरान जिला प्रशासन ने सुअर पालकों को महामारी से निजात और आर्थिक नुकसान नहीं हो इसके लिए पशुपालन विभाग ने मुआवजा देने की बात कही है। सुअर मालिकों को 100 रूपए से लेकर 150 रूपए किलो वजन के हिसाब से मुआवजा राशि दी जाएगी। औसतन 4 से 5 हजार रूपए प्रति सुअर की किलिंग करने पर दिया जाएगा।

8 वाहन तैनात

नगर निगम ने अफ्रीकन स्वाइन फीवर के अटैक से मृत सुअरों को उठाने के लिए 8 वाहन तैनात किए हैं। 8 अगस्त से मृत सुअरों को उठाने का जो सिलसिला शुरू हुआ है वह अभी भी जारी है। कुठुलिया क्षेत्र में मृत सुअरों को दफनाया जा रहा है।

अमरपाटन में घूमते मिले सुअर तो जुर्माना

सतना के अमरपाटन में इस बीमारी से संक्रमित सुअरों के होने का मामला सामने आया है। सीएमओ ने सुअरों के घूमते पाए जाने पर जुर्माना लगाने का आदेश जारी किया है। कलेक्टर ने विभागों को अलर्ट मोड पर रहने का निर्देश दिया है। अमरपाटन के कुचबधिया में एक मृत सुअर पाए जाने पर जिले में हडकंप की स्थिति बनी हुई है।

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