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Rewa-Singrauli Rail Line: प्रभावित किसानों को मुआवजा देने प्रशासन ने रेलवे से मांगे 21 करोड़
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Rewa-Singrauli Rail Line: मध्यप्रदेश की रीवा-सिंगरौली रेल लाइन परियोजना से प्रभावित किसानों को अतिरिक्त मुआवजा देने जिला प्रशासन ने रेलवे से और 21 करोड़ की राशि की मांग की है। रेलवे ने अतिरिक्त मुआवजा के लिये जिला प्रशासन को पहले 16 करोड़ की राशि सौंपी थी। इस रेल परियोजना में रीवा जिले में 749 किसान ऐसे हैं जिन्हें पांच लाख रुपए प्रति परिवार के हिसाब से कुल 37 करोड़ का अतिरिक्त मुआवजा देना है। हालांकि भू-अधिग्रहण से प्रभावित किसानों ने अभी तक मुआवजा नहीं लिया है। किसानों का कहना है कि अतिरिक्त पांच लाख रुपए वे नहीं लेगें, बल्कि इस राशि के बदले परिवार के एक सदस्य को रेलवे में नौकरी चाहिये। रेलवे और जिला प्रशासन द्वारा प्रयास करने के बाद भी किसान नहीं मान रहे हैं।
जल्द शुरू होगी अवार्ड प्रक्रिया
रेल परियोजना के लिये किये गये भू-अधिग्रहण से प्रभावित किसानों को अतिरिक्त मुआवजा देने जिला प्रशासन जल्द अवार्ड जारी करेगा। माना जा रहा है कि जल्द ही अवार्ड जारी करने की प्रक्रिया शुरू हो जायेगी। प्रशासन से जुड़े सूत्रों का मानना है कि जैसे ही अवार्ड जारी होने लगेंगे प्रभावित किसान अतिरिक्त मुआवजा लेने तैयार हो जायेंगे।
6 माह से बंद है रीवा-गोविन्दगढ़ रेल लाइन का काम
रेलवे में नौकरी न मिलने से नाराज किसानों और ग्रामीणों ने रीवा से गोविन्दगढ़ के बीच रेल लाइन का काम पिछले 6 माह काम रोक रखा है। किसानों का कहना है कि जब तब उनके आश्रितों को रेलवे में नौकरी नहीं मिलती, तब तक रेल लाइन का काम नहीं होने दिया जायेगा। बताया गया है कि 15 जनवरी को जिस समय काम बंद कराया गया था। उस समय रीवा से गोविन्दगढ़ के बीच गिट्टी की दो चरण की पैकिंग हो चुकी थीं। तीसरे चरण की पैकिंग बची थी जो अभी भी नहीं हो पाई है।
टनल के पहले मेजर ब्रिज का निर्माण शुरू
जानकारी के मुताबिक टनल से पहले मेजर ब्रिज का निर्माण किया जा रहा है, उसके नीचे बड़ा नाला है। जिसमें पहाड़ों का पानी बहता है। इस ब्रिज की ऊंचाई ज्यादा है। रेलवे से जुड़े सूत्रों का कहना है कि इस रीवा-सिंगरौली रेल लाइन परियोजना अंतर्गत गोविन्दगढ़ टनल के पहले मेजर ब्रिज का निर्माण शुरू कर दिया गया है। यह ब्रिज 18 मीटर लंबा है। बताया गया है कि जिस स्थान ब्रिज को तैयार करने में कम से कम पांच से छः महीने का समय लग जायेगा।
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