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VIDEO: गंभीर बीमारी की चपेट में रीवा के 5 लोग, 'जर्मनी' में होगा उपचार, एक के इलाज में लगेंगे 30 लाख, CM शिवराज ने फ़ोन कर दीया भरोसा

Sandeep Tiwari | रीवा रियासत
28 March 2023 9:45 AM IST
Updated: 2023-03-28 04:15:07
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VIDEO: गंभीर बीमारी की चपेट में रीवा के 5 लोग

Rewa MP News: रीवा जिले के त्योंथर तहसील अंतर्गत ऊसरगांव के रहने वाले यादव परिवार के 5 सदस्यों को मस्कुलर डिस्ट्रॉफी नामक बीमारी ने घेर रखा है।

मध्य प्रदेश के रीवा जिले में निवासरत एक ही परिवार के 5 लोग गंभीर बीमारी की चपेट में आ गए हैं। इस बीमारी का इलाज भारत में नहीं है। दिल्ली की एम्स जैसी बड़ी संस्था ने इलाज करने से हाथ खड़े कर दिए हैं। एम्स के बताए अनुसार व्यक्ति का इलाज विदेशों में संभव है। एक व्यक्ति के इलाज पर करीबन 30 लाख रुपए का खर्च आएगा। लेकिन अब प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने परिवार से फोन पर बात कर उन्हें इलाज का भरोसा दिलाया है।

क्या है बीमारी

बताया गया है कि रीवा जिले के त्योंथर तहसील अंतर्गत ऊसरगांव के रहने वाले यादव परिवार के 5 सदस्यों को मस्कुलर डिस्ट्रॉफी नामक बीमारी ने घेर रखा है। इस बीमारी की चपेट में आने से परिवार समाप्त होने की कगार पर है। वैसे मस्कुलर डिस्ट्रॉफी का कोई इलाज नहीं है लेकिन दवा और उपचार से रोग के लक्षणों को रोका जा सकता है। जिससे रोग का प्रभाव कम हो जाता है।

मस्कुलर डिस्ट्रॉफी से ग्रसित रोगी के मांसपेशियों में कमजोरी आती है। डॉक्टरों का कहना है कि एक असामान्य जीन मांसपेशियों के निर्माण को रोकता है और आवश्यक प्रोटीन का उत्पादन बाधित होता है। मस्कुलर डिस्ट्रॉफी का सबसे अधिक असर पुरुषों में होता है।

परिवार के 5 सदस्य चपेट में

बताया गया है कि एक ही परिवार के 5 सदस्य इस गंभीर बीमारी की चपेट में है। बताते हैं कि बीमारी की शुरुआत 2006 में हुई। इलाज के बाद जब लाभ नहीं हुआ तो परिजन रोगी को लेकर दिल्ली गए। वहां जांच के पश्चात बीमारी का पता लगाया क्या। बताते हैं कि एम्स के डॉक्टरों ने रिसर्च पेपर तैयार कर अमेरिका भेजा। वहां किए गए अध्ययन के बाद निश्चित किया गया कि उन लोगों को मस्कुलर डिस्ट्रॉफी नामक बीमारी ने घेर रखा है इसका इलाज जर्मनी और यूएई में संभव है।

इलाज का खर्चा है महंगा

बताया गया है कि मस्कुलर डिस्ट्रॉफी नामक बीमारी का इलाज विदेश में संभव है। बताया गया है कि इस बीमारी के इलाज में लगने वाले एक इंजेक्शन की कीमत 1 लाख रुपए है। एक रोगी को करीबन 20 इंजेक्शन लगते हैं। अन्य दूसरे जांच और इलाज के खर्च को जोड़ दिया जाए तो एक रोगी पर करीबन 30 लाख रुपए का खर्च आएगा।

प्रदेश के मुखिया ने जताया भरोसा

प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान से परिवार वालों की बात हुई तो मुख्यमंत्री ने हर संभव इलाज का भरोसा दिया है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि परिवार के सभी सदस्यों के इलाज की व्यवस्था की जाए इसके लिए सरकार सहयोग करेगी। यहां तक कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बीमार युवक मनीष से स्वयं फोन पर बात कर इलाज करवाने का भरोसा जताया है। इसके लिए मुख्यमंत्री ने ट्वीट करते हुए कहा है कि मध्य प्रदेश की सरकार आपके परिवार के साथ खड़ी है।


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