छत्तीसगढ़ में भाजपा का 'अटल विकास यात्रा", तो कांग्रेस ने अपनाई यह रणनीति
रायपुर : छत्तीसगढ़ में भाजपा 'अटल मिशन" से चौथी बार सत्ता में आने का रास्ता बना रही है, जबकि कांग्रेस उसकी राह में कांटे बिखरने में लग गई है। जहां एक तरफ सोशल मीडिया में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की श्रद्धांजलि सभा में मंत्रियों की हंसी-ठिठोली वाला वीडियो डालकर भाजपा पर हमला किया जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ अटल जी की भतीजी करूणा शुक्ला के वीडियो के माध्यम से भाजपा पर अटल जी के निधन का राजनीतिक लाभ लेने का आरोप लगाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह सिंह की विकास यात्रा का नाम अब 'अटल विकास यात्रा" कर दिया गया है। अटल जी के नाम का सहारा लेकर भाजपा अपना वोट बैंक न बढ़ा ले, इसके लिए कांग्रेस ने आगे की रणनीति बना ली है। भाजपा चौथी बार सरकार बनाने के लिए अटलमय प्रदेश बना रही है। राज्य मंत्रिमंडल में अटल जी के नाम पर कई बड़े फैसले लिए गए। नया रायपुर को अटलनगर का नाम देने से लेकर कवियों के सम्मान तक।
इसके बाद विकास यात्रा को भी अटल का नाम देकर भाजपा ने साफ कर दिया है कि वह जनता के बीच छत्तीसगढ़ के निर्माता अटल बिहारी वाजपेयी का नाम लेकर अपना वोट बैंक बढ़ाना चाहेगी। भाजपा के मिशन अटल को कांग्रेस समझ चुकी है। मिशन की कमियों और चूक को सामने लाकर भाजपा पर प्रहार कर रही है, ताकि भाजपा का रंग जनता पर न चढ़े।
मुख्यमंत्री की विकास यात्रा के पहले चरण जवाब में कांग्रेस ने विकास खोजो यात्रा निकाली थी। अब मुख्यमंत्री दूसरे चरण में अटल विकास यात्रा पर निकलेंगे। सितंबर में कांग्रेस भी संकल्प यात्रा शुरू करेगी। इस दौरान कांग्रेस के नेता रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग व सरगुजा के विधानसभा क्षेत्रों में जाएंगे और सभाएं करेंगे। सभा में जनता को बताया जाएगा कि अटल जी के नाम पर भाजपा वोट की राजनीति कर रही है। भाजपा पर यह आरोप लगाने के लिए अटल जी की भतीजी कस्र्णा शुक्ला को भी सभाओं में साथ रखने का विचार हुआ है।